–विकास खंड सठियांव क्षेत्र के ग्राम पंचायतों का मामला
आजमगढ़: विकास खंड सठियांव क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों के पारिश्रमिक का भुगतान न होने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। 25 अगस्त से मनरेगा मजदूर अपने मजदूरी का भुगतान पाने के लिए बैचेन हैं।
सठियांव ब्लाक क्षेत्र में कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 84 है। हर ग्राम पंचायत में मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन काम दिया जाता है, लेकिन मजदूरी पाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। बता दें कि हजारों मजदूर पूरे ब्लाक क्षेत्र में लगाए गए हैं।वह काम करने बाद मजदूरी की राह देख रहे हैं। सामने नवरात्र, दशहरा के पर्व पर खर्च की चिता सता रही है। मजदूर मुलायम यादव, दयाराम, राजेश, मधुबाला आदि ने बताया कि भुगतान में भेदभाव करना ठीक नहीं है। हम लोग बैंक का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन खाते में मजदूरी नहीं आने से मायूस होकर घर लौट जाते हैं। बीडीओ बाबूराम पाल ने बताया कि अनुसूचित जाति के भुगतान की अलग व्यवस्था होती है। शासन का मामला है। कभी भी खाते में पैसा आ सकता है।