पौड़ी
रिपोर्ट वीरेन्द्र रावत
एकर= श्रीनगर जन समस्याओं के निस्तारण को लेकर आज जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में श्रीनगर तहसील सभागार में तहसील दिवस आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 29 शिकायतें दर्ज की गई। अधिकांश शिकातयों का मौके पर निस्तारण किया गया। जबकि अन्य शिकायतों के निस्तारण के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया। जिलाधिकारी ने उन शिकायतों के संबंध में जिनमें प्रक्रिया पूर्ण करने में समय वांछित है शासन स्तर से पहल करने इत्यादि में समय की आवश्यकता है उन शिकायतों के संबंध में निर्देश दिए कि उससे संबंधित प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए शिकायतों का निस्तारण करें।
तहसील दिवस में अलकनंदा बिहार से भवन मानचित्र स्वीकृति, ग्राम गहड़ तल्ली बसोलियों में रेलवे द्वारा किए जा रहे विस्फोटक से मकानों में दरार पड़ने तथा भूमि अधिग्रहण के प्रकरणों का निस्तारण करने से संबंधित मामले प्रकाश में आए दिक़्वाल गांव पंपिंग पेयजल योजना से जलापूर्ति ना होने, गंगानाली में आम रास्ता अतिक्रमण, मलगांव रुद्रलस्यूं से उत्तर जीवी प्रमाण पत्र से संबंधित, कटारखोली से आवेदक द्वारा कोविड-19 में मृत्यु से संबंधित मुआवजा की मांग, नगर निगम से नगर के अंतर्गत जलभराव, लोक निर्माण विभाग से संबंधित नाला निर्माण पानी निकासी के संबंध में ग्राम स्वीत के आवेदक द्वारा शिकायत प्रस्तुत की गई। वहीं ग्राम स्वीत में विद्युत लाइन व पॉल से संबंधित, आईटीआई निकट राष्ट्रीय राजमार्ग के नाले के चलते जलभराव से संबंधित, हेड़ी चलणस्यूं में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य, कट्टाखोली में मकान क्षतिग्रस्त व भैंस के मरने का मुआवजा की मांग, आनंद विहार में नाला चोक होने, लायंस क्लब श्रीनगर द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क मार्गों के गड्ढे भरने, ग्राम वासियों द्वारा अवांछित तत्वों के श्रीनगर में आने और उनकी जांच करने, पौड़ी रोड आवेदक द्वारा जंगल के अधिकारों से वंचित करने, हेड़ी चलणस्यूं से राशन कार्ड और परिवार रजिस्टर, जय हो छत्र संघठन द्वारा क्षेत्र में बाहर से आकर अवैध कारोबार करने पर शिकायत प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त चिमनस्यूं में सोलर लाइट खराब होने, स्वीत के आवेदक द्वारा आरवीएनएल के निर्माण से भवन क्षतिग्रस्त व मुआवजे की मांग सहित कुल 29 शिकायती आवेदन प्राप्त हुए।
जिलाधिकारी ने रेलवे विभाग को संबंधित प्रभावित व्यक्तियों का मुआवजा के संबंध में अग्रिम कार्यवाही करने, नगर निगम श्रीनगर को जल भराव वाले समस्त क्षेत्र में जल की निकासी दुरुस्त करने तथा नियमित कूड़ा उठान और साफ-सफाई बरतने के निर्देश दिए।