आजमगढ़। मुबारकपुर नगर के बलुआ मोहल्ले में मंगलवार की रात से शुरू हुआ डायरिया का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।बुधवार दोपहर तक मरीजों की संख्या दो सौ के पार पहुंची थी, जो अब तक तीन सौ के पार पहुंच गई है। हर पांच मिनट बाद एक मरीज लाया जा रहा था।इसमें 185 मरीजों को रेफर किया गया, जबकि 92 की हालत में सुधार होने पर डिस्चार्ज किया गया।रेफर किए गए मरीजों में 63 को राजकीय मेडिकल कालेज भेजा गया, जबकि बाकी को जिला अस्पताल।
जिलाधिकारी राजेश कुमार और सीएमओ इंद्रनारायण तिवारी लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। डीएम ने सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश देने के साथ कहा कि जरूरत पर निजी अस्पतालों और चिकित्सकों की भी मदद ली जाए। किसी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका प्रशासन के साथ बैठक कर कारणों पर चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए।
तीमारदारों ने बताया कि कई दिनों से पानी का स्वाद खराब लग रहा था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।हर तरफ अफरा-तफरी मची थी और हर पांच मिनट बाद लोग मरीजों को लेकर अस्पताल पहुंच रहे थे।मंगलवार की रात से शुरू डायरिया का कहर गुरुवार सुबह तक जारी रहा।
चक्रपानपुर : राजकीय मेडिकल कालेज में डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को जहां मरीजों की संख्या 46 थी, वहीं गुरुवार प्रातः नौ बजे तक 63 मरीज और बढ़ गए। भर्ती मरीजों में 43 डेंगू वार्ड, 48 आर्थो वार्ड तथा शेष 18 लोगों को होल्डिंग एरिया में रखा गया है। डायरिया से पीड़ित अब तक भर्ती कुल 109 मरीजों में 40 ऐसे हैं जिनकी उम्र15 साल से कम है। बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानाचार्य आरपी शर्मा सभी वार्डों की कमान खुद संभाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि दूषित जल से फैले डायरिया के गंभीर मरीजों को यदि 5 से 10 मिनट के अंदर चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराई गई तो उनकी मौत हो सकती है।