#Delhi: हत्या कर रेत से भरे कंटेनर में छिपाया शव, साथी को पीट-पीटकर मार डाला; 15 दिन बाद आरोपी गिरफ्तार#
15 दिन पहले पीट-पीटकर अपने साथी की हत्या कर शव को रेत से भरे कंटेनर में छिपाने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद पुलिस हत्या आरोपित तक पहुंच सकी।
आरोपित मूल रूप से लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है और पिछले वर्ष 2010 से दिल्ली में कबाड़ खरीद-फरोख्त का काम कर रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपित ने मामूली बात पर हत्या कर दी।
27 मार्च को मिला था शव
27 मार्च को भलस्वा थाना पुलिस को जीटी करनाल रोड पर मुकरबा चौक की ओर खड़े रेत से भरे कंटेनर में एक लाश के बारे में सूचना प्राप्त हुई। करीब 40 वर्षीय व्यक्ति का शव सड़ी-गली हालत में था और देखने पर शव पर कोई चोट का निशान नहीं पाया गया।
सीसीटीवी में दिखा शख्स
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे विभिन्न सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। जांच के दौरान, एक संदिग्ध गतिविधि देखी गई, जिसमें दो व्यक्ति कथित कंटेनर में प्रवेश करते समय नजर आए और केवल एक व्यक्ति बाहर आता हुआ दिखाई दिया।
मृतक और आरोपी की हुई पहचान
इसके बाद मार्ग में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। 50-60 कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद पता चला कि मृतक और आरोपी दोनों एक साथ दिखाई दिए और एक व्यक्ति द्वारा पहने गए कपड़े मृतक से मेल खाते थे। स्थानीय लोगों ने दोनों को पहचान लिया। मृतक का नाम केजरीवाल और आरोपित का नाम वीरेंद्र उर्फ कालिया उर्फ वेस्टइंडीज बताया।
पैसों को लेकर था विवाद
उन्होंने बताया कि इसी दौरान 11 मार्च को गुप्त सूचना के आधार पर आरोपित वीरेंद्र उर्फ कालिया को पकड़ लिया। आरोपी लखीमपुर खीरी जिले के गांव पिपरिया कप्तान का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसका समयपुर बादली निवासी केजरीवाल के साथ पैसों का विवाद था, इस कारण उसने लिबासपुर सीएनजी पंप के पास मुक्का, पत्थर और लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कबाड़ी के रूप में अपनी कमाई से असंतुष्ट आरोपित बुरी संगत में पड़ गया और अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ नशे की लालसा को पूरा करने के लिए ड्रग्स लेना और अपराध करना शुरू कर दिया। इंस्पेटर पवन यादव के नेतृत्व में एएसआई नरेश, अनिल कुमार व बिजेंद्र के अलावा हेड कांस्टेलब अजय कुमार, नेतराम मीना व राबिन टीम ने हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाई।