राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित एम्स के एंडोस्कोपी रूम में सोमवार को भीषण आग लग गई। आग लगने की जानकारी लगते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
ताजा जानकारी के मुताबिक, एम्स में आग पर काबू पा लिया गया है। एंडोस्कोपी रूम से सभी मरीज सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। आग लगने की घटना के बाद एम्स में आपातकालीन वार्ड भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
आग बुझाने के बाद अग्निशमन विभाग की गाड़ियां वापस लौट रही हैं। अभी एहतियात के तौर पर कुछ देर के लिए एम्स परिसर के अंदर प्रवेश बंद किया गया है।
आग एक स्टोर रूम में लगी थी। फिलहाल पूरी घटना में कोई घायल नहीं हुआ या मौत नहीं है।
अग्निशमन विभाग के अधिकारी वेदपाल शिकारा ने बताया कि जहां आग लगी थी वह एक स्टोर था। इसके चलते किसी मरीज के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई है।
इससे पहले दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को यहां एम्स के इमरजेंसी वार्ड के पास आग लग गई। आग लगने की सूचना सुबह करीब 11.54 बजे मिली, जिसके बाद दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। आग ओल्ड ओपीडी की दूसरी मंजिल पर इमरजेंसी वार्ड के ऊपर स्थित एंडोस्कोपी रूम में लगी थी।
मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।एम्स में अब तक जारी नहीं हुआ सीटी व MRI जांच का ऑनलाइन डैशबोर्ड
एम्स में सीटी स्कैन और एमआरआइ जांच का रिकार्ड सार्वजनिक करने के लिए अब तक ऑनलाइन डैशबोर्ड जारी नहीं हो पाया। इस वजह से आनलाइन डैशबोर्ड जारी करने के एम्स निदेशक के आदेश पर नौ माह बाद भी अमल नहीं हो पाया है और यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
इस मामले पर एम्स प्रशासन कुछ बोलने भी तैयार नहीं है। फिलहाल स्थिति यह है कि सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच की सुविधा 24 घंटे होने के बावजूद भी जांच की वेटिंग की समस्या दूर नहीं हुई। एम्स में सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच में वेटिंग एक बड़ी समस्या है। इससे एम्स के कामकाज पर भी सवाल उठाए जाते रहे हैं।