#Prayagraj : बच्चे की मौत मामले की जांच करने मेजा पहुंची टीम, दोनों पक्षों का लिया बयान, अगस्त में हुई थी मौत#

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मेजा के एक प्राइवेट हास्पिटल संचालक व सीएचसी मेजा की आशा और स्टाफ नर्स पर प्रसव के दौरान बच्चे को मार डालने के लगाए गए आरोप की जांच करने स्वास्थ्य विभाग की टीम मेजा पहुंची। सभी पक्षों से बात करके पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाई गई। इस दौरान प्रसूती ने कहा है कि आशा और स्टाफ नर्स ने सरकारी अस्पताल में भर्ती नहीं कराकर प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती करा दिया। जहां बेटे का जन्म हुआ और गलत इलाज से उसकी मौत हो गई।वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन और आशा ने इन आरोपों का गलत बताया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रसव उनके यहां नहीं हुआ है। फिलहाल दोनों पक्षों का बयान दर्ज होने के बाद इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

बता दें कि अगस्त 2023 में नेवढि़या के हौसला प्रसाद की गर्भवती पत्नी का प्रसव गांव की आशा और सीएचसी की स्टाफ नर्स ने मेजा के साक्षी हास्पिटल में कराया था। वहीं प्रसव के बाद बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।

छह बच्चियों के बाद जन्मे लड़के की मौत से गुस्साए परिजनों से इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर कर दी। वहीं सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने इस मामले पर जांच के लिए टीम का गठन कर दिया। वहीं, साक्षी हास्पिटल के चिकित्सक डॉ. एमके यादव ने बताया कि मेरे यहां गर्भवती महिला को ले आए थे, लेकिन उसकी हालत ज्यादा खराब थी। इसलिए मैंने शहर के लिए रेफर कर दिया था। फिलहाल सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने बताया कि इस मामले के सभी बिंदुओं की समीक्षा करके जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

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