#डबल मर्डर की ऐसी वारदात: कांप उठेगी रूह, थाने पहुंचा पूर्व पार्षद सऊद, बोला- नहर में फेंकीं दोनों की लाशें#

मेरठ के खैरनगर में भाई-बहन के अपहरण का दिनभर माता-पिता ने हल्ला मचाया। एसओजी, सर्विलांस सहित दस टीमें बच्चों की तलाश में लगी रहीं। बच्चों की मां निशा बेग पर पुलिस का शक गहरा रहा था। रात में पुलिस ने दो महिला सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पूर्व पार्षद सऊद फैजी के बारे में पूछताछ की।

इस दौरान निशा और सऊद फैजी के प्रेम-संबंध की पोल खुल गई। हत्या कर बच्चों के शव कहां फेंके, यह बात सिर्फ सऊद को पता था। उसकी तलाश में पुलिस ने फील्डिंग लगाई, तभी वह खुद देहलीगेट थाने पहुंच गया। वह बोला कि मैंने और निशा ने बच्चों को मारा है। उनके शव नहर में फेंक दिए हैं।
दस साल के मेराब और छह साल की कोनेन के अपहरण के बाद पुलिस ने दिनभर सीसीटीवी कैमरे देखे। कैमरे में मेराब बुधवार शाम 7:20 बजे दिखाई दिया, जबकि पिता शाहिद ने पत्नी निशा से 7:30 बजे फोन पर बात की थी। निशा ने दोनों बच्चों को घर पर होना बताया था।
पुलिस ने अंदेशा लगाया कि अपहरण से पहले बच्चा घर के बाहर घूम रहा था। पुलिस ने रात आठ बजे के बाद की सीसीटीवी फुटेज देखी। इसमें मेराब और कोनेन नहीं दिखे। पुलिस का शक गहराया कि मोहल्ले में दोनों बच्चों के अगवा होने का राज छिपा है। पड़ोसी महिला से निशा के चाल-चलन पर सवाल उठाकर बच्चों के साथ अनहोनी की बात पुलिस को बताई।
इसके बाद पुलिस ने निशा के मोबाइल की सीडीआर निकाली। इसमें सऊद फैजी से लंबी बातचीत मिली। पुलिस ने सऊद को ढूंढना शुरू किया तो वह फरार हो गया है। वहीं पुलिस सऊद के परिवार की दो महिला, निशा और दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर देहलीगेट थाने आ गई। बृहस्पतिवार रात 10:30 बजे एसपी सिटी महिला पुलिस को साथ लेकर पूछताछ कर रहे थे। तभी पूर्व पार्षद भी थाने में पहुंच गया और बोला कि उसने दोनों बच्चों की हत्या कर दी है। उनके शव भोला झाल फेंके हैं।
सीसीटीवी कैमरे में नहीं दिखे बच्चे
सीओ कोतवाली अमित राय का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे और सर्विलांस टीम सुबह से बच्चों की तलाश में लगी थी। सीसीटीवी कैमरे में बच्चे नहीं दिखे। पुलिस ने महिला और तीन युवकों को पकड़ा। जिन्होंने बच्चों को भोला झाल पर फेंकना बताया है। एसओजी और देहलीगेट पुलिस नहर में बच्चों की तलाश में लगी है। पुलिस अभी मामले की गहनता से जांच करने में लगी है।