लाखों रूपयों की लागत से निर्मित आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पांच वर्षों मे ही जर्जर

कर्नलगंज/कटरा बाजार गोण्डा। कटरा बाजार क्षेत्र के नरायणपुर कला गाँव मे सात लाख बावन हजार रुपये से बने आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पांच वर्षों मे ही जर्जर हो गया जो अपने मरम्मत की बाट जोह रहा हैं। मालूम हो कि इस भवन का निर्माण वर्ष 2016-17 मे घटिया मैटेरियल से कराया गया था जो आज साफ देखने को मिल रहा है। भवन बनाने के बाद भी उसमें आंगनबाड़ी केंद्र एक दिन भी संचालित नही किया गया। जो देखरेख के अभाव में पूर्ण रूप से जर्जर हो चुका है। जहाँ फर्श से लेकर दीवालों के प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं। नरायणपुर कला के प्रधान प्रतिनिधि डाक्टर नियामत उल्लाह ने बताया कि जब से आंगनबाड़ी केंद्र बना तब से उसमे आज तक कोई नही गया कुछ ही साल बाद भवन की स्थिति देखने लायक है। वहां के बच्चों को प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बारे मे विभाग में मौखिक रुप से शिकायत की जा चुकी है लेकिन फिर भी सही नही कराया गया। गांव के बच्चे उसके आसपास खेलने जाते हैं जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। कटरा ब्लाक में कुल 182 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। जहां 12 हजार 648 बच्चों का नामांकन हैं। इनमें से वर्तमान में आधे भी बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं। कारण है कि भवन ही सुरक्षित नही है। नरायणपुर कला सहित पांच गांव ऐसे हैं जहां स्वयं का भवन होने के बावजूद भी आंगनबाड़ी केंद्र को सरकारी विद्यालय में संचालित किया जा रहा है। रामापुर के ज्वालाहन पुरवा और पिपरी मांझा के मदरसे में आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इस संबंध मे बाल विकास परियोजना अधिकारी नंदिनी घोष से जानकारी लेने पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे इस संबंध में जानकारी नही है, वहाँ पर तैनात बाबू से पूछ लीजिए। बाबू का मोबाइल दो दिन से बंद बता रहा है ।