संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की लखनऊ में हत्या में प्रदेश के कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दो का नाम आने के बाद एसटीएफ प्रदेश में गैंगवार की आशंका के मद्देनजर सतर्क हो गई है।
गैंगवार की शुरूआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो सकती है। इसके लिए एसटीएफ ने सभी गैंगस्टर्स की लोकेशन ट्रेस करनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बद्दो को इशारे पर सात जून को जीवा की हत्या अदालत में पेशी के दौरान ले जाते समय में कर दी गई थी। इसके लिए बद्दो ने शूटर विजय यादव को 50 लाख की सुपारी दी थी।
एसआइटी ने दाखिल की चार्जशीट
जीवा की हत्या के बाद जांच के लिए गठित की गई एसआइटी ने बीते दिनों चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में इसका जिक्र किया गया है कि बद्दो ने ही विजय को नेपाल में आकर जीवा की हत्या की सुपारी दी थी।
विजय को शूटर के रूप में अपराध जगह में ज्यादा पहचान नहीं मिली थी, लेकिन बद्दो के गुर्गों ने उसे कई स्थानों असलहा चलाने का प्रशिक्षण भी दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जीवा की हत्या के पीछे बद्दो व जीवा के बीच वर्चस्व की लड़ाई ही सामने आई है। पुलिस मान कर चल रही है कि आने वाले समय में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीनों प्रमुख गैंगों के बीच कभी भी गैंगवार हो सकती है।
सुशील मूंछ और बद्दो ने मिलाया हाथ
फिलहाल सुशील मूंछ और बद्दो ने जीवा की हत्या के लिए हाथ मिला लिया था, इसलिए जीवा के गैंग को पूरी तरह से समाप्त करने को लेकर भी गैंगवार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। एसटीएफ को समय रहते सतर्क कर दिया गया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बद्दो के गैंग के अलावा, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा और सुशील मूंछ का आतंक है। इनके गुर्गे धीरे-धीरे प्रदेश में अपना जाल फैला रहे हैं।
बद्दो 2019 में एक केस के सिलसिले में गाजियाबाद पेशी पर ले जाते समय पुलिसकर्मियो को शराब पिलाकर मेरठ के होटल से फरार हो गया था। उसके बाद बद्दो की लोकेशन कभी फ्रांस तो कभी आस्ट्रेलिया में मिलती रही। लग्जरी लाइफ स्टाइल को लेकर जरायम की दुनिया में अलग पहचान रखने वाले ले बद्दो का असली ठिकाना कहां पर है इस बारे में अभी तक पुलिस कोई जानकारी नहीं जुटा पाई है।