#आखिर कहा हैं अशरफ का साला सद्दाम, जिस पर 50 हजार का इनाम है घोषित, उमेश पाल हत्याकांड से पहले जेल में मिला था#
चौतरफा घिरने के बाद आखिरकार बिथरी चैनपुर की प्राथमिकी में माफिया अतीक के बेटे असद समेत नौ शूटरों के नाम बढ़ा दिए गए, जो उमेशपाल व दो पुलिसकर्मियों के हत्याकांड में शामिल थे। नौ आरोपितों में छह की पहचान हो चुकी है। तीन अशरफ के साले जैद, गद्दाफी और सद्दाम बताए जा रहे हैं लेकिन, अफसरों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की। इसमें आरोपित सद्दाम 50 हजार का इनामी है।
बरेली जेल में रची गई थी उमेश पाल की हत्या की साजिश
प्रयागराज के उमेशपाल व दो पुलिसकर्मियों के हत्याकांड की बरेली जिला जेल में साजिश रचे जाने की पुष्टि हो चुकी है। इसी आधार पर बीते सात मार्च को बिथरी चैनपुर पुलिस ने जिला जेल में बंद रहे माफिया अतीक के भाई अशरफ, उसके साले सद्दाम, गुर्गे लल्लागद्दी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हे, जेल वार्डन शिवहरि अवस्थी, जेल अधिकारी व कर्मचारी, अशरफ के अन्य साथी नाम पता अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी। अशरफ, सद्दाम, लल्लागद्दी पर अवैध रूप से मुलाकात, रंगदारी, साजिश रचने का आरोप था। सद्दाम को छोड़कर नामजद सभी आरोपित जेल चले गए। इसी के बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई।
जेल से निकलने का वीडियो हुआ था वायरल
रविवार को अचानक से उमेशपाल हत्याकांड में शामिल सभी शूटरों के अशरफ से मुलाकात कर जिला जेल से बाहर निकलते वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया जिसके बाद बरेली पुलिस चौतरफा घिरी। मामले की विवेचना कर रहे सीओ आशीष प्रताप सिंह ने मामला गर्माते देख अवैध रूप से मुलाकात को पहुंचे शूटरों के नाम प्राथमिकी में खोल दिये।
प्रसारित वीडियो फुटेज के आधार पर अतीक के बेटे असद अहमद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर गुलाम हसन, अरमान, सदाकत और विजय चौधरी उर्फ उस्मान की पहचान उजागर हुई जिसमे अहद, गुलाम व विजय चौधरी उर्फ उस्मान एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। शेष तीन की पहचान उजागर नहीं हुई है हालांकि, तीनों के अशरफ के साले जैद, गद्दाफी और सद्दाम होने की बात सामने आ रही है। अफसरों ने इसकी पुष्टि से इन्कार किया।