#झाड़ी में घायल मिली महिला की अस्पताल में मौत, गला रेतकर हत्या; पति ने कहा- किसी और मर्द से था संबंध#
जमुई के झाझा में एक महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। नारगंजो जंगल में झाड़ी से बुधवार को महिला घायल अवस्था में मिली थी। पति ने महिला के अवैध संबंध के बारे में जानकारी दी है। महिला की पहचान महिला कन्हायडीह गांव निवासी चेटका सोरेन की पत्नी मंझली देवी (35 वर्ष) के रुप में हुई। पति पटना में रहकर मजदूरी करता है।
बताया जाता है कि नारगंजो में मंझली की ननद बड़की टुडू रहती है। 21 मार्च की सुबह मंझली घर से नारगंजो के लिए निकली थी। हालांकि, देर रात तक वह नारगंजो नहीं पहुंची। उसने अपने पति को नारगंजो जाने की जानकारी फोन पर दी थी। महिला के तीन बच्चे हैं।
बुधवार को भी महिला का कुछ पता नहीं चला तो स्वजन ने खोजबीन शुरू की। इसी दौरान सूधवर जंगल (नारगंजो) की झाड़ी में महिला अचेत अवस्था में मिली। सांसे चल रही थी। धारदार हथियार से महिला का गला रेता गया था। कपड़ाे खून से सने था। आनन-फानन में महिला को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया। घायल मंझली कुछ नहीं बोल पा रही थी। सिर्फ अपनों को खोज रही थी।
चिकित्सक ने प्रारंभिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए जमुई रेफर कर दिया। हालांकि, महिला की इसी दौरान मौत हो गई। चिकित्सक डा शदाब अहमद ने बताया कि महिला के शरीर से अत्यधिक खून बह चुका था। दस घंटा से अधिक समय पहले घटना को अंजाम दिया गया है। महिला के गले की नली कट चुकी थी, जिसके कारण बचाया नहीं जा सका।
इस घटना से पुलिस से लेकर ग्रामीण भी अचंभित हैं। सभी के मन में बस एक की सवाल है कि मंझली के साथ इस प्रकार की घटना को क्यों अंजाम दिया गया। मंझली के पति चेटका सोरेन ने बताया कि रजला के एक व्यक्ति के साथ साल 2018 में उसकी पत्नी फरार हो गई थी। उस व्यक्ति का खेत एवं ईट का भट्ठा कन्हायडीह गांव के पास है। वह अपना सामान मेरे घर में रखता था। इसी क्रम में पत्नी के साथ उसका अवैध संबंध प्रारंभ हुआ। साल 2019 में आरोपित व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी भी दी थी।
थानाध्यक्ष राजेश शरण एवं एसआई सुबोध कुमार ने मंझली के परिवार के सदस्यों से बात कर घटना की जानकारी ली। पुलिस अपना अनुसंधान प्रारंभ कर चुकी है। वहीं, मंझली देवी की गला रेत हत्या की घटना से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। मंझली से मिलने गांव के दर्जनों महिला एवं पुरुष अस्पताल पहुंच गए। उसके गला के जख्म को देख सबकी आंखें नम हो गई।
कौआटोल गांव के रूपलाल टुडू, चाचा चंदलू हेम्ब्रम, भूगा सोरेन, सुनीता देवी आदि ने बताया कि मंझली बराबर अकेले नारगंजो या फिर बाजार जाया करती थी। लोगों ने बताया कि अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के बाद उसे झांड़ी में छुपा दिया था। हमलोगों के खोजने पर वह घायल अवस्था नें मिली। आखिर यह घटना कैसे घटी कुछ पता नहीं लग पाया है। हृदय विदारक इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।