फार्मेसिस्ट की पत्नी 45 वर्षीय माधुरी सिंह के छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पति और बेटे के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मेट्रोपोलिस सिटी कालोनी में फार्मेसिस्ट की पत्नी 45 वर्षीय माधुरी सिंह के छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर के आधार पर उसके पति और बेटे के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक आठ मार्च को होली के दिन मेट्रोपोलिस सिटी निवासी माधुरी सिंह ने छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस दौरान मृतका के हाथ में पेन से लिखा सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें उसने मौत के लिए पति और अन्य ससुरालियों को जिम्मेदार ठहराया था।
भाई ने पति-बेटे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया
इधर, मृतका के भाई मोहल्ला संचरही थाना नवाबगंज गोंडा उत्तर प्रदेश निवासी चट्टान सिंह ने बहन माधुरी सिंह के पति और बेटे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी है। जिसमें उसने कहा है कि उसकी बड़ी बहन माधुरी सिंह पत्नी शैलेंद्र कुमार सिंह मेट्रोपोलिस सिटी पंतनगर में रहती थी। उसने कई बार उससे कहा था कि शैलेंद्र कुमार सिंह उसकी पिटाई कर मानसिक तनाव देता है। जिससे वह परेशान हो चुकी है। यही नहीं उसे आत्महत्या करने को विवश करते है।
आठ मार्च को उसके भांजे का फोन आया कि मम्मी मर गई है। चट्टान सिंह के मुताबिक जब उसने पूछताछ की तो वह सही से जानकारी नहीं दे पाया। आरोप लगाया कि उसके बहनोई शैलेंद्र कुमार सिंह और भांजे ने होली के दिन उसकी पिटाई की, जिससे उसने मजबूर होकर छत से कूद कर आत्महत्या की। थानाध्यक्ष पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मृतका के पति और बेटे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कहीं इसलिए तो नहीं लिख दी हाथ में आत्महत्या की वजह की चिट्ठी
दीवार, कागज, आलमारी व दीवार पर भी कई लोग आत्महत्या की वजह लिखकर दुनिया छोड़ चुके हैं। कभी कभी सुसाइड नोट गायब हो भी जाता है। जो मौत की वजह का साक्ष्य पूरी तरह से नहीं मिल पाता है और इसके जिम्मेदार बच जाते हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि स्वजन सुबूत न मिटा दे स्वजन, इसलिए माधुरी ने मौत को गले लगाने से पहले हाथ पर आत्महत्या की वजह की चिट्ठी लिख दी हो।
ऐसे में हाथ में लिखी आत्महत्या की चिट्ठी की जांच करने में फोरेंसिक टीम को तकनीकी दिक्कत आ सकती है। मेट्रोपोलिस कालोनी में माधुरी सिंह ने बुधवार को छठी मंजिल के टावर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। मौत को गले लगाने से पहले महिला ने बाएं हाथ पर पति व स्वजन को जिम्मेदार को जिम्मेदार ठहराया है। माधुरी हाथ के बजाय किसी कागज पर या डायरी में भी आत्महत्या की वजह लिख सकती थी, मगर ऐसा नहीं किया। उसने बाएं हाथ पर आत्महत्या के कारण की चिट्ठी लिख दी है।
इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि स्वजन आत्महत्या के कारणों का साक्ष्य न मिटा दे, इसलिए उसने हाथ पर लिखा होगा।। सुसाइड डायरी या कागज को नष्ट किया जा सकता है। लेकिन बुधवार को पाश कालोनी में महिला की मृत्यु के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसके हाथ में सुसाइड नोट लिखा मिला। जिसमें उसने मौत के लिए जिम्मेदार पति और अन्य ससुरालियों को बताया था।
अपने हाथ में ही पेन से लिखा सुसाइड नोट
फोरेंसिक सूत्रों की मानें तो आत्महत्या करने से महिला को अंदेशा रहा होगा कि उसके कागज या डायरी पर लिखा सुसाइड नोट को छिपाया जा सकता है। इसलिए उसने अपने हाथ में ही सुसाइड नोट पेन से लिख लिया। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डा.दयाल शरण ने बताया कि अधिकांश मामलों में लोग आत्महत्या से पहले डायरी या फिर कागज में सुसाइड नोट लिख जाते हैं। हाथ में सुसाइड नोट का लिखना हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के लिए जांच में परेशानी हो सकती है।
सवाल यह भी है कि आत्महत्या की वजह लिखे कागज को फोरेंसिक लैब में ले जाकर जांच कराई जा सकती है। ऐसे में हाथ पर लिखे हैंडराइटिंग की जांच कैसे होगी। हाथ पर लिखी हैंडराइटिंग का स्कैन कर जांच कराई जा सकती है। ऐसे में जांच में फोरेंसिक टीम में उलझ सकती है। हालांकि जांच के बाद ही आत्महत्या की वजह का पता चल पाएगा कि आखिर हाथ पर किसकी राइटिंग है।