उत्तरप्रदेश के आगरा जिले से विधायक से ठगी का मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने आपको मुख्यमंत्री कार्यालय का फर्जी अधिकारी बताकर पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर से ठगी कर ली। महिला आयोग की अध्यक्ष बनाने की कहकर पंजीकरण के नाम पर दो हजार रुपये ले लिए। फर्जी अधिकारी यशवीर सिंह निवासी गांव सेमरा खंदौली को पुलिस ने गुरुवार की रात गिरफ्तार कर लिया।
प्रभारी निरीक्षक खंदौली नीरज कुमार ने बताया घटना 26 फरवरी की है। पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर को एक व्यक्ति ने फोन किया। अपना नाम डॉक्टर अजय चौहान बताया। कहा कि वह मुख्यमंत्री सचिवालय में अधिकारी है। उन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष बना सकते हैं। जिसके लिए दो हजार रुपये में पंजीकरण कराना होगा। पूर्व विधायक ने रुपये ऑनलाइन भेज दिए। इसके बाद आरोपित और रुपये की मांग करने लगा। उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकी देने लगा। पूर्व विधायक ने हेमलता दिवाकर ने अभियोग दर्ज कराया था।
वहीं, आपको बता दें ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों भी सामने आया था। जहां, खुद को मुख्यमंत्री सचिवालय में तैनात बताने वाले फर्जी आइएएस अधिकारी पंकज राय को ताजगंज पुलिस ने बुधवार गिरफ्तार किया था। उसने ताजगंज निवासी महिला को निविदा दिलाने के नाम पर 14 लाख रुपये ठगी का प्रयास किया था। उसके खिलाफ नवंबर 2022 में ताजगंज थाने में धोखाधड़ी का अभियोग दर्ज किया गया था। आरोपित पंकज राय उर्फ पंकज गुप्ता मूलरूप से जय भूतनाथ वाली गली, पठानपुरा थाना रामनगर जिला सहारनपुर का रहने वाला है। पुलिस ने एक फर्जी पहचान पत्र, दो आधार कार्ड, दो पैन कार्ड बरामद किया है। पहचान पत्र में आरोपित ने खुद को लोक निर्माण विभाग का सचिव दर्शा रखा है।
पुलिस उपायुक्त विकास कुमार ने बताया कि विभव नगर निवासी नेहा बालियान ने अभियोग दर्ज कराया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गाजियाबाद निवासी नीतू राणा उनकी 20 वर्ष पुरानी परिचित हैं। नीतू ने छह अक्टूबर 2022 को उन्हें फाेन किया। उनसे बाल विकास एवं आशा कार्यकर्ती की निविदा भरने की कहा। कहा कि उनके परिचित आइएएस है।वह मुख्यमंत्री सचिवालय लखनऊ में तैनात हैं।