#विकास हत्याकांड: पत्नी-बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल, चार के खिलाफ मामला दर्ज, पुलिस के हाथ नहीं लगे हत्यारे#

भागलपुर के ललमटिया के पासी टोला में फुटकर दुकानदार विकास कुमार साह की हत्या के मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है। मृतक की पत्नी पूनम के बयान पर राजकुमार चौधरी, गोविंद चौधरी, दिलीप चौधरी और हल्की देवी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज ​​हुआ है, लेकिन हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंप दिया, जिसके बाद मंगलवार देर शाम शव का अंतिम संस्कार किया। विकास की हत्या को लेकर मंगलवार को भी लोगों में आक्रोश रहा। इलाके में चर्चा है कि पुलिस की शह पर राजकुमार और उससे जुड़े लोग नशे का धंधा कर रहे हैं। घटना के बाद डीएसपी समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंच गए, लेकिन थोड़ी दूर पर मौजूद थानेदार घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। इस तरह की चर्चा स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है।

बता दें कि ​विकास के पड़ोसी राजकुमार चौधरी ने सोमवार को दिनदहाड़े पत्नी और बच्चों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजकुमार चौधरी हाल के दिनों में मादक पदार्थ का सिंडिकेट चला रहा था। इस धंधे में उसकी मां गायत्री देवी भी शामिल है, क्योंकि जब पुलिस राजकुमार को पकड़ने के लिए आई तो उसकी मां पुलिस से बचने के लिए तीन मंजिला मकान से कूद गई। इस दौरान वह घायल हो गई, जिस कारण भाग नहीं सकी
स्मैक और ब्राउन शुगर की तस्करी करता है राजकुमार
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि राजकुमार के रिश्तेदार भी देशी शराब बनाकर बेचने का धंधा करते हैं। शराबंदी के बाद ये लोग स्मैक और ब्राउन शुगर की तस्करी करने लगे। यहीं नहीं सबौर निवासी राजकुमार का रिश्तेदार भी इस धंधे में शामिल है। वह सबौर और लोदीपुर से बड़े गांजा तस्करों से गांजा लाकर यहां बेचता था। ट्रेन में डकैती डालने के आरोप में राजकुमार आठ महीने तक जेल में रह चुका है। दो महीने पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था। जेल से बाहर निकलते ही वह फिर से अपने धंधे में जुट गया था।
छोटे-छोटे बच्चों से कराता था नशीले पदार्थ की डिलीवरी
विकास की हत्या के बाद से मोहल्ले के लोग राजकुमार और उसके परिवार के विरोध में आ गए हैं। मोहल्लावासियों ने बताया कि राजकुमार छोटे-छोटे बच्चों को नशे का लती बना रहा था। इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। कुछ दिनों से बच्चों को रुपये का लालच देकर स्मैक और ब्राउन शुगर की खेप पहुंचाने में उपयोग करने लगा था। कई बच्चे तो स्मैक के लालच में उसके लिए काम कर रहे है।दिसंबर माह में 26 पुड़िया स्मैक के साथ गिरफ्तार हुआ था रंजन
ललमटिया पुलिस ने राजकुमार के बड़े भाई रंजन चौधरी को पिछले साल दिसंबर में 26 पुड़िया स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। रंजन अब तक जेल में है। उसकी मां गायत्री देवी भी अवैध शराब तस्करी मामले में जेल जा चुकी है।

राघोपुर टीकर के कुख्यातों का है संरक्षण प्राप्त

विकास की हत्या करने के बाद राजकुमार रतन बाबा स्थान से पटरी पार करके राघोपुर टीकर की ओर भाग गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब भी इस इलाके में अपराधी किसी घटना को अंजाम देते हैं तो वे इसी रास्ते से भाग निकलते हैं। पुलिस ने हत्या के आरोपी राजकुमार की गिरफ्तारी के लिए देर रात तक मधुसूदनपुर इलाके के राघोपुर टीकर गांव में छापेमारी की है, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी। ऐसा बताया जाता है कि राजकुमार को वहां के कई कुख्यातों का संरक्षण प्राप्त है।पूनम का रो-रोकर बुरा हाल

विकास की पत्नी पूनम का रो-रो कर बुरा हाल है। आसपास के लोगों का पूरे दिन उसके घर तांता लगा रहा। सभी से एक ही बात कहती- इन चार मासूम बच्चों के साथ लंबी जिंदगी कैसे कटेगी। पूनम की हालत देख सभी की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं। परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि पूनम भी अक्सर बीमार रहती है। उसका इलाज भी पति की कमाई पर निर्भर था।