#नशे में इंटर के छात्र ने खुद को मारी थी गोली, स्वजनों ने शव नाले में फेंक बना दिया मर्डर; मां-बाप, भाई अरेस्ट#

इंटरमीडिएट के 18 वर्षीय छात्र अमर कुमार की 19 फरवरी की रात हत्या नहीं हुई थी। उसने नशे की अधिकता में स्वयं ही कनपटी में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। स्वजनों ने आनन-फानन में शव को कौआकोली रोड स्थित नाले में फेंक, आत्महत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल को छिपा दिया था। यही नहीं, घर में जिस कमरे में अमर ने आत्महत्या की थी, वहां फर्श पर कई जगहों पर पड़े खून के धब्बों को भी साफ कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस को यह सूचना दी गई थी कि अमर की किसी ने हत्या कर दी है।

छात्र ने खुद को मारी थी गोली, स्वजनों ने बना दिया मर्डर केस
मामले में अमर के पिता शंभू प्रसाद यादव ने हत्या व आर्म्स एक्ट व साजिश रचने समेत कई अन्य गंभीर आरोपों में मधुसूदनपुर थाने में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज करा दिया था। एसएसपी आनंद कुमार ने घटनास्थल पर मिले परिस्थितिजन्य साक्ष्य, एफएसएल टीम की सूक्ष्म जांच में घटनास्थल की सफाई के बाद मिले ब्लड सैंपल और स्वजनों के मोबाइल की तकनीकी निगरानी करा, घटना के सच का खुलासा किया है। खुलासे के बाद स्वजनों ने पुलिस का सहयोग करते हुए छिपाई गई पिस्टल पुलिस टीम को सौंप दी।
हिरासत में मां-बाप, भाई और मौसेरे भाई
वहीं, पुलिस ने पूरे इस मामले में कार्रवाई करते हुए अमर के पिता शंभू प्रसाद यादव, मां मीरा देवी के अलावा भाई सौरभ सुमन और मौसेरे भाई घोघा निवासी सचिन कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। स्वजनों पर साक्ष्य छिपाने और आत्महत्या को हत्या का स्वरूप देकर पुलिस को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में दारोगा आदर्श कुंदन, दिलीप कुमार, मिथिलेश कुमार चौधरी, थानाध्यक्ष महेश कुमार, तकनीकी शाखा प्रभारी सुशील कुमार आदि ने पूरे मामले में सक्रियता से जांच की।
एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि स्वजनों ने घटना की सही जानकारी समय पर नहीं दी, बल्कि शव को बाहर फेंक पुलिस की तफ्तीश को गलत दिशा देने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस टीम ने कम समय में ही सच उजागर कर दिया। साक्ष्य छिपाने की घटना में शामिल दो अन्य लोगों में मृत छात्र के मौसा कंकीर प्रसाद यादव और नाथनगर थानाक्षेत्र निवासी कुख्यात मन्नू यादव की भी गिरफ्तारी की जाएगी
रची गई थी झूठी कहानी
स्वजनों के मुताबिक, छात्र अमर 19 फरवरी की रात करीब साढ़े सात बजे शिव बरात में शामिल होने की बात कहकर घर से निकला था। देर रात तक उसके घर नहीं लौटने पर स्वजनों को लगा कि वह बरात में ही होगा। सुबह भी जब वह घर नहीं पहुंचा, तो खोजबीन शुरू की गई। इस बीच ग्रामीणों से पता चला कि किसी युवक का शव कौआकोली रोड में नाले में पड़ा हुआ है। मृतक के बड़े भाई सौरव कुमार ने मौके पर पहुंच कर देखा, तो शव उसके छोटे भाई अमर का ही था। इसके बाद पिता ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को गुमराह किया।