मजाक में पेड़ पर तेंदुए के चढ़ने की फर्जी तस्वीर वायरल करना दो युवकों को महंगा पड़ गया। पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। उनके विरुद्ध शांतिभंग के तहत कार्रवाई की है। उधर, तेंदुए के आने की अफवाह से ग्रामीणों में रातभर दहशत का माहौल रहा। बघौचघाट पुलिस ने बुधवार की सुबह प्रेसवार्ता कर सच्चाई से अवगत कराया।
अफवाह फैलने से पूरी रात दहशत में रहे लोग
बघौचघाट थाना क्षेत्र के कंठीपट्टी गांव के रहने वाले विश्वजीत फोटोग्राफी का कार्य करता है। उसने मंगलवार को अपने दोस्त विवेक से मजाक में कहा कि यदि गांव के इस शीशम के पेड़ पर कोई जानवर चढ़ जाए तो कैसा रहेगा, जिसके बाद विवेक ने शीशम के पेड़ की तस्वीर मोबाइल में कैद किया और पेड़ की डाल पर तेंदुए के चढ़ने की फर्जी तस्वीर मोबाइल एप के जरिये तैयार किया। फिर विवेक ने उस तस्वीर को विश्वजीत के वाट्सएप पर भेज दिया। विश्वजीत ने गांव के युवकों के वाट्सएप ग्रुप में भेज दिया। रात में यह तस्वीर वायरल हो गया। तेंदुए की तस्वीर देखकर लोग दहशत में आ गए।
पेड़ पर तेंदुए के चढ़ने की फर्जी तस्वीर तैयार करना पड़ा महंगा
इसकी सूचना बघौचघाट पुलिस व वन विभाग को दी। रात में ही पुलिस गांव में पहुंच गई और छानबीन में जुट गई। जांच में पता चला कि दो युवकों ने फर्जी तस्वीर को वायरल किया है। जिसके कारण तेंदुए के आने की अफवाह फैली है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष मृत्युंजय राय ने बताया कि युवकों ने मजाक में पेड़ पर तेंदुए के चढ़ने की फर्जी तस्वीर तैयार की थी। जिसे वायरल करने से झूठी अफवाह फैल गई। दोनों के विरुद्ध शांतिभंग के तहत कार्रवाई की गई है।