दो बार शादी कर चुकी युवती को अविवाहित बताकर उसका विवाह एक फिजियोथेरेपिस्ट से कराया गया। इसके बाद साढ़े तीन लाख रुपये वसूलते हुए और साढ़े तीन लाख रुपये की मांग की गई। नगवां के डॉ. आनंद कुमार प्रजापति की तहरीर पर लंका थाने में मऊ के मंदिर कॉलोनी रेलवे की रहने वाली पूजा प्रजापति, उसके भाई सुशील प्रजापति, पिता सिंहासन प्रजापति और देवरिया के चौथिया प्यासी, भटनी के सत्यनारायण, गिरधारी प्रजापति, सुनीता व सविता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
डॉ. आनंद ने बताया कि वह मऊ के कोपागंज थाना के सहरोज के मूल निवासी हैं। नगवां में किराये पर रहते हैं। पिता मऊ में रेलवे में नौकरी करते हैं। उनके साथ नौकरी करने वाले सुशील प्रजापति ने अपनी बहन पूजा की शादी उनसे करने को कहा। 11 मई 2023 को शादी हुई। ससुराल आते ही पूजा झगड़ा करने लगी। इधर, काम के सिलसिले में डॉ. आनंद नगवां आ गए। घर में विवाद को देख पूजा को आनंद नगवां ले आए। यहां आने के बाद पूजा ने आनंद से भी झगड़ा शुरू कर दिया।
पूजा ने आनंद से दो लाख रुपये की मांग तो उन्होंने असमर्थता जताई। इसके बाद डेढ़ लाख की मांग करने लगी। मांग पूरी न होने पर आत्महत्या की धमकी देने लगी। 28 सितंबर 2023 को पूजा अपनी दो अटैची को पैक कर घर से जाने की तैयारी करने लगी। उसके भाई सुशील और मां शुभावती घर के बाहर थे। इसके बाद पूजा आनंद की मार्कशीट और घर में खर्च के लिए रखे 50 हजार रुपये और एटीएम कार्ड साथ ले गई। फिर आनंद के पिता सुरेंद्र प्रजापति से पूजा के भाई सुशील ने 3,50,000 रुपये समझौते के लिए मांगने लगे।
सुरेंद्र ने सुशील के बताए गए धनंजय राय के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। पैसा लेने के बाद अलग से समझौता करने के लिए 3,50,000 रुपये और मांगने लगे। आनंद ने पता किया तो सामने आया कि 2020 में पूजा की शादी गोरखपुर के बाल बुजुर्ग गांव के देवेंद्र प्रजापति के साथ हुई थी। देवेंद्र ने उसे बताया कि पूजा ने उससे 1,70,000 रुपये लेकर समझौता किया था। उसकी शादी एक जगह और हुई थी।