#PM Modi Varanasi Visit: ‘देश के पास भी पैसे होने चाहिए…’, पीएम मोदी ने इन शब्दों के जरिए लोगों से कही अपनी बात#

विकसित भारत संकल्प यात्रा में पीएम मोदी ने कहा कि आपने जब से मुझे काम दिया तब से चार करोड़ परिवारों को पक्का घर मिल चुका है फिर भी पता चलता है अभी वे रह गए हैं। अतः तय किया कि लोगों के तक देश भर में जाएं पता करें, पूछें क्या मिला, क्या नहीं मिला। विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरी भी कसौटी है कि मैंने जो कहा था, चाहा था वैसा हुआ है या नहीं है। यह मैं आपके मुंह से सुनना चाहता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि एक सरकारी मुलाजिम जब यह सुनता है कि उसके कि काम से किसी को फायदा मिल गया तो उसे सुकून मिलता है। मुझे भी अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं मुझे फायदा मिला। एक बहन कह रही थी, अमीर गरीब का भेद मिट गया। जब वो कहता है कि जब मैं पक्के घर में रहने गया तो आत्मविश्वास इतना बढ़ गया। पक्का घर मिलते ही दीवारें नहीं, छत ही नहीं जिंदगी आत्मविश्वास से भर गई है। उस लाभार्थी के मुंह से सुन लगता है जीवन धन्य हो गया कि चलो किसी की जिंदगी में बदलाव आ गया।

उन्होंने कहा कि हर एक की शक्ति का सम्मान होना चाहिए। एक बार मन में यह बीज हो गया तो 2047 तक विकसित भारत बन जाएगा। इस वटवृक्ष की छाया आपके ही बच्चों को मिलने वाली है। इसलिए हर नागरिक का मन बनना चाहिए। मन बन गया तो मंजिल दूर नहीं रहती।

विकसित भारत संकल्प यात्रा राजनीतिक दल नहीं देश का काम है। पवित्र काम है। मैं भले देश का प्रधानमंत्री हूं, लेकिन मेरे मन में बड़ी उमंग है आपके बीच आने की। देश में जहां कहीं भी विकसित भारत यात्रा जाए उसका स्वागत होना चाहिए, जिन्हें लाभ मिला है बताएं। अच्छी बात बताने से भी अच्छाई का वातावरण हो जाता है। विकसित भारत यात्रा बहुत बड़ा संकल्प है। इसे अपने संकल्पों से ही सिद्ध करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश भी घर की तरह है। घर में पैसे होने चाहिए। वैसे ही देश के पास भी पैसे होने चाहिए। इससे हर किसी की जरूरतें पूरी होती हैं। भारत विकसित हो गया न तो मुसीबतें खत्म हो जाएंगी। आपके सेवक के नाते, सांसद के नाते मैं काम करूंगा लेकिन आपने जो मुझे जो देश का काम किया है महादेव की कृपा से पीछे न रहूंगा। अतः यात्रा कम से कम काशी में तो ढीली नहीं रहनी चाहिए।