#पुलिस प्रशासन मौन पीड़ित पत्रकार को न्याय कब मिलेगा#

द जर्नलिस्ट एसोसिएशन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमेश पांडेय
महोबा-:महोबा जिले में दबंगों के हौसले कुछ इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि यह बिना किसी भय के कभी भी किसी के साथ कुछ भी कर गुजरने का हौसला रखता हैं.इन्हें न तो पुलिस का खौफ है और न ही किसी की परवाह अफसोस इस बात का है कि पुलिस भी इन पर कार्यवाही करने की जहमत उठाने की तकलीफ नही करना चाहती है यह दबंग चाहे किसी के साथ मारपीट करें या छिनौती,या फिर इससे बडी और कोई घटना पुलिस को इससे से कोई लेना देना नही है पुलिस को तो अपनी ड्यूटी की रस्म अदा करने से ही मतलब है।इसके अलावा और कुछ नही यही वजह है कि दबंग अपनी कभी भी कहीं भी किसी के साथ ही दबंगई दिखाने से बाज नही आते हैं हालांकि कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए समय समय पर विभागीय अधिकारियों को कडे निर्देश देते रहते हैं लेकिन यहां की लापरवाह पुलिस को इन निर्देशों से कोई लेना देना नही है…यह तो बस अपनी रागमाला में मस्त हैं ऐसा ही एक मामला महोबा जिले से सामने आया है यहां एक पत्रकार के साथ आधा दर्जन दबंगों ने मारपीट करते हुए उसकी सोने की माला और नगदी छीन ली जिसकी शिकायत पत्रकार ने पुलिस से की लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की अब पीडित पत्रकार उच्चाधिकारियों से भी इस मामले की शिकायत लेकर पहुंचा जहां भी उसकी किसी ने नही सुनी उल्टा पत्रकार पर ही पुलिस दबाव बनाने लगी।यह पूरा मामला खन्ना थानाक्षेत्र चिचारा गांव का है…यहां के गनेशचन्द्र पांडेय हमीरपुर जिले से दैनिक भास्कर अखबार के जिला संवाददाता हैं…बीती 14 नवंबर की शाम हर रोज की तरह यह अपनी चार पहिया गाडी से अपने घर जा रहा था तभी गांव के पिंटू सिंह,मोनू सिंह,ब्रजेंद्र सिंह,मनोज सिंह, आदि लोगों ने बिना वजह पत्रकार की गाडी रास्ते में रोक ली और गालीगलौज करते हुए मारपीट करने लगे मारपीट करते हुए इन लोगों ने सोने की माला और 3500 रूपये की नगदी छीनकर पत्रकार को जानमाल की धमकी देकर मौके से भाग निकले जिसके बाद पत्रकार ने खन्ना थाना पुलिस को इस मामले की तहरीर दी पुलिस ने दो चार दिन बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नही की जिसके बाद पत्रकार ने एसपी से इस मामले की शिकायत की एसपी ने पुलिस को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए लेकिन यहां की पुलिस उच्चाधिकारियों को इस मामले में लगातार गुमराह करने का काम करती रही।
पीडित पत्रकार की मानें तो उसका कहना है कि लगभग 20 दिन बीतने को आए लेकिन पुलिस ने अब तक आरोपियों पर कोई कार्यवाही नही की…उल्टा सीओ उस पर राजीनामा करने का दबाव बना रहे हैं अब ऐसे में पत्रकार लगातार अधिकारियों से शिकायत करता घूम रहा है ।लेकिन उसकी कोई सुनने को तैयार नही है।हालांकि पत्रकारों के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को साफ आदेश दे रखें इसके बावजूद भी एक पत्रकार न्याय पाने की आश में इनके चक्कर लगाता घूम रहा है।