जिले के रुद्रपुर के फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले में पैमाइश की सूचना पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता सोमवार को जुट गए। दबंग प्रेमचंद के घर के पास करीब एक घंटे तक हंगामा और नारेबाजी की। मामले को राजनीतिक रूप देने की सूचना मिलते ही एएसपी राजेश सोनकर व सीओ अंशुमन श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ पहुंचे। सपा कार्यकर्ताओं की उग्र तेवर को देखते हुए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। जिसके बाद भगदड़ मच गई। कार्यकर्ता खेत के रास्ते भागने लगे। उधर राजस्व विभाग की दो टीमें मौके पर पैमाइश कर रही हैं।
यह है मामला
फतेहपुर के लेहड़ा टोले में सामूहिक नरसंहार के चार आरोपितों के अवैध निर्माण ढहाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी बार पैमाइश कराने के लिए सोमवार को रुद्रपुर के एसडीएम रत्नेश तिवारी, तहसीलदार अरुण कुमार बड़ी संख्या में राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। दबंग प्रेमचंद के अधिवक्ता गोपी यादव ने राजस्व संहिता के तहत सीमा से सीमांकन कराने की मांग की। जिस पर एसडीएम ने समझाया और पैमाइश में किसी तरह की दिक्कत समझ में आने पर लिखित शिकायत करने की बात कहते हुए दो टीमें पैमाइश के लिए बना दी।
एक टीम में दो कानूनगो व आठ लेखपाल को रखा गया है। उत्तर व दक्षिण से पैमाइश की प्रक्रिया चल रही है। लगभग 12 बजे सपा जिलाध्यक्ष ब्यास यादव, अशोक कुशवाहा समेत अन्य सपा के वरिष्ठ नेता पहुंचे। इसके चंद मिनट बाद सैकड़ों की संख्या में सपाई पहुंच गए और हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए। राजनीति होने की सूचना मिलते ही एसपी संकल्प शर्मा के निर्देश पर मौके पर एएसपी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस पहुंच गई और वहां मौजूद लोगों को खदेड़ दिया।अब पगडंडियों पर भी पुलिस का पहरा
हंगामे के बाद गांव में आने वाली सभी सड़कों के साथ ही पगडंडियों पर भी पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है। पैमाइश का कार्य चल रहा है।
हंगामा कर रहे कई लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में
हंगामा करने वाले कुछ लोगों को दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उधर गांव के बाहर खेतों में हंगामा करने वाले लोग अभी भी खड़े है। जिसके चलते पुलिस सतर्क है।
फतेहपुर गांव पहुंचे एसपी
बवाल की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा फतेहपुर गांव पहुंचे। बवाल कर रहे लोगों के बारे में जानकारी ली। मौके पर पहले से मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सोनकर एवं को रुद्रपुर अंशुमन श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने वाले लोगों को किसी भी हाल में छोड़ा न जाए।