रेलवे स्टेशन पर एसी वेटिंग हाल और महापंखा होने के बावजूद गर्मी से बिलबिला रहे हैं। महापंखा गर्म हवा फेंक रहा है। भीड़ ज्यादा होने से एसी वेटिंग हाल में भी राहत नहीं मिल पा रही है।
मंगलवार को एसी वेटिंग हाल में माथे का पसीना पोछते हुए अश्वनी कुमार बोले, इससे अच्छा तो बाहर ही कहीं रुक गए होते। उनके साथ मौजूद अविनाश ने कहा कि बैठ जाओ भाई, यहां बाहर से कुछ राहत ही रहेगी। अंदाजा लगाइए कि जब एसी वेटिंग हाल में लोगों को राहत नहीं मिल पा रही तो सेकेंड क्लास के यात्री प्रतीक्षालय में क्या हाल होगा। मंगलवार की दोपहर 03.10 बजे सेकेंड क्लास वेटिंग हाल यात्रियों से खचाखच भरा नजर आया। महापंखा अपनी रफ्तार में चल रहा था।
हालांकि, इससे न तो बैठे लोगों को कोई फायदा था, न ही कतार में लगे यात्रियों को कोई राहत मिल पा रही थी। महापंखा के नीचे बैठी मोतीहारी की नुरैन खातून ने कहा कि महापंखे से हवा काफी गर्म आ रही। वह प्लेटफार्म पर दो घंटे से हैं, अभी करीब दो घंटे तक ट्रेन का इंतजार और करना है। भीड़ के कारण उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है।
हर दूसरे हाथ में पानी की बोतल
रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक, दो से लेकर अन्य प्लेटफार्माें पर लोग गर्मी से परेशान दिखे। पसीना निकलने से लोगों की प्यास बढ़ गई थी। प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर लगे वाटर स्टैंड पोस्ट पर 8-10 लोग पानी की बोतल भरने के लिए जूझते नजर आए। सीढ़ी के नीचे मौजूद स्टाल के वेंडर ने बताया कि एक स्टॉल पर कम से कम से 20 गत्ता बोतल बंद पानी खप रहा है।
राहत के लिए पेड़ के नीचे बिता रहे दोपहर
काफी संख्या में यात्री प्लेटफार्म पर होने वाली भीड़ के बीच उमस और गर्मी से बचने के लिए लोग सेकेंड क्लास गेट के सामने सर्कुलेटिंग एरिया में पाकड़ के पेड़ के नीचे बैठे नजर आए। मौजूद रवि, आफताब, गौरव, विकास सहित अन्य यात्रियों ने बताया कि प्लेटफार्म से ज्यादा यहां राहत है। ऑटो चालक जोगिंदर ने बताया कि पेड़ सबको बड़ी राहत दे रहा है।