गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हत्या कांड के बाद से तिहाड़ जेल प्रशासन एक्शन में है। शुक्रवार को जेल प्रशासन ने 80 पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। इनमें 5 उपाधीक्षक, 9 सहायक अधीक्षक, 8 प्रधान वार्डन और 50 वार्डन शामिल हैं।
हाईकोर्ट ने की थी सख्त टिप्पणी
दिल्ली हाईकोर्ट ने जेल परिसर के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मामले में गुरुवार (26 मई) को तल्ख टिप्पणी की। हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य है। अधिकारियों को ऐसी घटनाओं का इंतजार नहीं करना चाहिए।
टिल्लू हत्याकांड में मामले में गंभीर है जेल प्रशासन
टिल्लू हत्याकांड के बाद से तिहाड़ जेल प्रशासन काफी गंभीर दिख रहा है। अधिकारी और पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर की खबर पहले से ही सामने आ रही थी। 11 मई को भी तिहाड़ के डीजी संजय बेनीवाल ने जेल के 99 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया था।
इससे पहले सीसीवीटी फुटेज सामने आने के बाद तमिलनाडु पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आने पर 5 मई को तिहाड़ ने 8 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था, जिसमें 2 सहायक अधीक्षक और 4 वार्डरों के साथ-साथ 2 हेड वार्डर शामिल थे।
2 मई को हुई थी हत्या
गैंगस्टर टिल्लू को गोगी गैंग के गुर्गों ने 2 मई, 2023 को तिहाड़ की हाई सिक्योरिटी सेल में सूए से ताबड़तोड़ वार करके मौत के घाट उतारा था। इस घटना के दो वीडियो सामने आए थे, जिसमें देखा जा सकता है कि हत्यारों ने पुलिसवालों के सामने भी टिल्लू पर धारदार सूए से वार किया था। हत्योपितों को रोकने के लिए जेल में मौजूद अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया था।
29 मई तक हिरासत में हत्यारोपी
पटियाला हाउस कोर्ट ने 15 मई को टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड मामले में सभी आरोपियों को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया था। साथ ही कोर्ट ने जेल प्रशासन से सभी छह आरोपियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मामले में आरोपियों को 29 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश किया जाएगा।