वाराणसी जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शनिवार को सिद्धगिरीबाग निवासी सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा समेत दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें मंडलीय अस्पताल में तैनात 43 वर्षीय एक महिला डॉक्टर भी शामिल हैं। इसके साथ ही जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 10 पहुंच गई है।सपा एमएलसी ने अपने संक्रमित होने की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए अपने संपर्क में आने वालों से जांच कराने की अपील की है। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि मार्च महीने में 16 मरीज मिले। अप्रैल के पहले दिन ही दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। कुल 18 मरीजों में 8 के होम आइसोलेशन में स्वस्थ होने के बाद 10 सक्रिय केस हैं।
मॉक ड्रिल से परखीं कोरोना से बचाव की तैयारियां
वाराणसी जिले के सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना से बचाव के इंतजाम परखने के उद्देश्य से शनिवार को तैयारियों का पूर्वाभ्यास किया गया। इस दौरान दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में दोपहर में एक डमी कोविड पॉजिटिव को एंबुलेंस से लाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच करने के साथ ही बेड पर ही ऑक्सीजन भी दिया। इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां भी बताईं।
बीएचयू, जिला अस्पताल समेत 10 जगहों पर मॉकड्रिल में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की स्थिति और अस्पताल में विशेषज्ञों की तैनाती की व्यवस्था देखी गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलग-अलग जगहों के लिए नोडल अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि संक्रमित के आने पर कम समय में भर्ती करने, जांच के साथ ही दवाइयों की समय-समय पर निगरारी करते रहने की सलाह भी दी गई।
जिला सर्विलांस अधिकारी डाॅ. एसएस कनौजिया एवं चिकित्साधिकारी डॉ अतुल सिंह ने बताया कि चयनित सीएचसी पर भी कोविड संक्रमितों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और आक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता की उपलब्धता सही मिली। दीनदयाल अस्पताल में अपर निदेशक डॉ. मृदुला सिंह ने सीएमएस डॉ. आरके सिंह के साथ निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।