सजेती थानाक्षेत्र के रैपुरा गांव में बीते शनिवार शाम को लापता हुई सात साल की मासूम की हत्या कर खेत में फेंक दिया गया। चार दिन बाद मंगलवार शाम उसकी खोपड़ी और सीने के कुछ भाग का कंकाल मिला। बाकी का हिस्सा जानवर खा गए थे। सूचना पर डीसीपी साउथ सलमानताज पाटिल, एडीसीपी अंकिता शर्मा, एसीपी दिनेश शुक्ला और सजेती एसओ पवन कुमार सर्किल फोर्स के साथ पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक परिजनों ने बच्ची के शव के अवशेष उठाने से मना कर दिया। पुलिस के काफी समझाने के बाद वे माने और इसके बाद अवशेष को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रैपुरा निवासी पंकज संखवार की सात साल की बेटी जाह्नवी गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा-एक की छात्रा थी। बीते शनिवार की शाम को वह घर से लापता हो गई थी। पंकज ने गांव के ही चंद्रभान उसकी पत्नी सुधा, भाई चंद्रशेखर उर्फ सुल्तान और पिता रामप्रकाश पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
चोरी पकड़े जाने के चलते पड़ोसियों पर हत्या का आरोप
पंकज के मुताबिक उनकी चाची शकुंतला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। बीते दिनों उनके घर से चंद्रभान की पत्नी सुधा ने रिफाइंड और चना की चोरी की थी। चोरी करते समय सुधा ने पड़ोस की एक लड़की को निगरानी में रखा था। बीते शनिवार को सुधा की उस लड़की से लड़ाई हुई तो चोरी की पोल खुल गई। पंकज के पिता डालचंद्र को जब चोरी का पता चला तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने चंद्रभान के घर से चोरी का सामान भी बरामद किया था। इसके बाद शाम को अचानक से पंकज की बेटी जाह्नवी लापता हो गई। शाम सात बजे जब डालचंद्र खाना खाने बैठे तो नातिन को बुलाने लगे। घर पर न मिलने पर आसपास खोजा गया। गांव में जब पता नहीं चला तो पुलिस को फिर सूचना दी गई।
पंकज का आरोप था कि चंद्रभान के परिवार ने ही चोरी पकड़े जाने के चलते बदला लेने के लिए बेटी का अपहरण किया है। रविवार भोरपहर पंकज की तहरीर पर सभी आरोपितों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई। तब से पुलिस और स्वजन लगातार मासूम की तलाश कर रहे थे। पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी, लेकिन कुछ पता नहीं चला था। मंगलवार शाम को उसका शव का कुछ हिस्सा रैपुरा गांव के नजदीक ही तीस मील को जाने वाले मार्ग से करीब 100 मीटर अंदर खेतों में पड़ा मिला।