#PM मोदी की अपील से बढ़ा मोटे अनाज का प्रचलन, सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है ‘श्री अन्न’, कीमत जान लें#
मोटा अनाज यानी ‘श्री अन्न’ सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, यह सब जानते हैं। पहले गांव में इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन तो होता ही था, लोग इसे खाने में भी अधिक प्रयोग करते थे। समय के साथ चावल व गेहूं जैसे पतले अनाजों का प्रचलन बढ़ा तो खासकर शहर के लोग इससे दूर होते चले गए। 20 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में कैबिनेट के सदस्यों के साथ मोटे अनाज से बने विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठाया। सेहत के लिए उनके सेवन की अपील के बाद एक बार फिर लोगों का इस ओर ध्यान खींचा। एक बार फिर अब इसका प्रचलन तेजी से बढ़ने लगा है। जागरण ने जब शहर के बाजार में इसकी बिक्री की पड़ताल की तो पता चला कि डेढ़ माह के अंदर इसकी तेजी से मांग बढ़ी है। कई व्यापारी तो मांग के अनुरूप आपूर्ति तक नहीं कर पा रहे हैं।
श्री अन्न लेने वाले ग्राहकों की बढ़ी संख्या
तारामंडल स्थित स्पेंसर के स्टोर मैनेजर ने बताया कि हाल के दिनों में श्री अन्न लेने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। पहले ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा, कोदो तथा मक्के का आटा हमलोग 20 किलो तक मंगाते थे। उसमें से भी बच जाता था। मांग बढ़ने के साथ ही अब हर माह 150 किलो तक इसकी खपत होने लगी है। पंतजलि के स्टोर प्रभारी विनोद यादव के अनुसार माह भीतर मोटे अनाज के आटे की मांग काफी बढ़ी है।पहले स्टोर से प्रत्येक 15 दिन पर मल्टीग्रेन के साथ ही जौ, सांवा, रागी, ज्वार-बाजरा व मक्के के 50 किलो आटे की बिक्री होती थी। अब यह बिक्री बढ़कर सौ से 125 किलो हो गई है। इसे स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता व मोटे अनाज के प्रति लोगों में जागरूकता ही कहेंगे कि अभी तक 10 किलो गेहूं का आटा लेने वाला ग्राहक अब पांच किलो मोटे अनाज का आटा लेने लगा है। पिछले तीन दिन से हमारे स्टोर में माल नहीं है। ग्राहक आकर लौट रहे हैं। आर्डर गया है, दो से तीन दिनों में उपलब्ध हो जाएगा। गोलघर के किराना व्यापारी निकुंज टेकड़ीवाल ने बताया कि माह भीतर मोटे अनाज की मांग अधिक बढ़ी है। उसी अनुरूप हम माल भी मंगवा रहे हैं। पहले इक्का-दुक्का ही इसके ग्राहक आते थे। अब हर रोज पांच से दस आ रहे हैं और 20 से 25 किलो प्रतिदिन बिक्री हो रही है।
किस भाव बिक रहा मोटा अनाज
अनाज का नाम भाव
जौ का आटा 90 रुपये
कोदो का चावल 170 रुपये
सांवा चावल 170 रुपये
रागी का आटा 120 रुपये
बाजारा का आटा 70- 80 रुपये
मक्का का आटा 70- 80 रुपये