सिधारी थाना -जहानागंज क्षेत्र की महिला की खराब चल रही थी दिमागी हालत
-सूचना पर पहुंचे परिवार वालों ने किया खाकी को सलाम
- पुलिस की गलत तस्वीर उभरती है,लेकिन यही सत्य नहीं
आजमगढ़ : खाकी की चर्चा शुरू होती है, तो आमतौर पर जेहन में गलत तस्वीर उभरती है, लेकिन यही सत्य नहीं है और इस सत्य को साबित कर दिया सिधारी थाने की पुलिस ने। सिधारी थाने की पुलिस ने रविवार को ऐसा नेक काम किया, जिसकी प्रशंसा करते आसपास के लोग अघा नहीं रहे थे। तमसा नदी में कूदकर आत्महत्या करने जा रही एक महिला को बचाने के साथ उसके घर वालों को बुलाकर सौंप दिया। दोपहर साढ़े बारह बजे नदी किनारे महिला को देख किसी ने पुलिस को सूचना दी कि वह आत्महत्या करने के लिए नदी में कूदने का प्रयास कर रही है।सूचना पर बिना देर किए पीआरवी के जवान पहुंच गए और खुद के प्रयास के साथ थाने को भी सूचना दी।पुलिस ने महिला को नदी में कूदने से रोका। पूछताछ में उसने अपना नाम लालता देवी पत्नी रामधारी निवासी ग्राम गंभीरवन, थाना जहानागंज बताया। आत्महत्या का कारण नहीं बता पा रही थी, तो उसके घर वालों को बुलाया गया।लालता के पति रामधारी थाना पहुंचे और बताया कि पत्नी की दिमागी हालत ठीक नहीं है। इसका काफी इलाज कराए, लेकिन ठीक नहीं हो रही है। सुबह सात बजे बिना किसी को बताए घर से कहीं चली गई। अभी तलाश की जा रही थी कि उसके बारे में खबर आ गई।पति के साथ ही उसके साथ आए ग्रामीण यह कहते हुए लौटे कि वाकई पुलिस ने इंसानियत का फर्ज निभाया है। वरना तो इस घटना के बहाने न जाने क्या करती।