इस अवसर पर व्यवस्था में सेवा प्रदान करते हुए माननीय विधायक डा नीलकंठ तिवारी जी।
प्रत्येक वर्ष श्री अन्नपूर्णा मंदिर में धनतेरस से प्रसिद्ध माँ अन्नपूर्णा की स्वर्ण प्रतिमा के मंदिर का कपाट श्रद्धांलुओं के दर्शन के लिए खोल दिया जाता है और अन्नकूट के दिन तक खुला रहता है। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश के विभिन्न कोनो से माता का दर्शन करने सौभाग्य प्राप्त होता है।
माता अन्नपूर्णा के मंदिर से माता का खजाना श्रद्धालुओं को इस दौरान दिया जाता है। खजाने में छोटे सिक्के जिसमें अठन्नी, चवन्नी, एक रूपया आदि दिए जाते हैं। ऐसी सिद्ध मान्यता है कि माता के दरबार से प्राप्त खजाने के घर में रहने से घर में कभी कोई कमी नहीं रहती है।
मंदिर में आज अन्नकूट के प्रसाद का वितरण भी हो रहा था जिसे हजारों श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया। वैसे श्री अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट द्वारा नित्य अन्न क्षेत्र का निशुल्क संचालन किया जाता है जिसमें नित्य हजारों लोगों को भरपेट शुद्ध भोजन प्राप्त होता है लेकिन अन्नकूट के दिन कि बात और ही निराली होती है।
इन सभी व्यवस्थाओं का कुशलता पूर्वक संचालन पुज्य महंथ श्री शंकर पूरी जी महराज द्वारा किया जाता है।
जय माता अन्नपूर्णा की।