-14 दिन पूर्व अतिवृष्टि के दंश से अभी उबर नहीं सके हैं निचले इलाके के लोग
-सुबह से रात तक हुई बारिश से ठहर गया जनजीवन
-तापमान में गिरावट,हल्की ठंड भी शुरू होने की संभावना
आजमगढ़: 14 दिन पूर्व अतिवृष्टि से प्रभावित शहर के लगभग 50 हजार आबादी अभी उबर नहीं पाई है कि शुक्रवार की सुबह से ही आफत की बारिश हो रही है। जनजीवन ठहर सा गया है तो जलजमाव का दंश झेल रहे निचले इलाकों के लोगों की धड़कने बढ़ गईं हैं। जिला प्रशासन के दो दिन पूर्व 24 घंटे अंदर जलनिकासी की व्यवस्था के दावे पर बारिश ने पानी फेर दिया है। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। बारिश होती रही तो हल्की ठंड भी शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। उधर, शहर को तीन तरफ से घेर कर बहने वाली तमसा नदी एक बार फिर उफान पर है। ऐसे में अभी निचले इलाकों के लोगों को जलजमाव की समस्या से निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है।
झमाझम बारिश से शहर की गड्ढायुक्त सड़कों लबालब हो गईं हैं। जबकि शहरी क्षेत्र के बागेश्वर नगर, कोलबाजबहादुर, कोलपांडेय, हीरापट्टी, हरबंपुर, डीएवी कालेज के सामने रैदोपुर कालोनी, चांदमारी सहित कई दर्जन मोहल्ले अभी भी जलभराव का संकट झेल रहे हैं। लोगों की जिदगी नारकीय हो गई है। रास्तों पर पानी रुकने से आवागमन पूरी तरह बाधित है। गलियों व मोहल्लों में पानी घरों में भर गया है। बहुत से लोग पहले ही पलायन कर चुके हैं। कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के मौसम विज्ञानी डा.तेज प्रताप सिंह ने बताया कि अभी शनिवार को बारिश की प्रबल संभावना बनी है। जिला कृषि अधिकारी डा. गगनदीप सिंह ने बताया कि अभी धान की फसल के लिए बारिश से कोई नुकसान नहीं होगा।