देवरिया। यूपी की देवरिया पुलिस ने फरार 9 फर्जी शिक्षकों पर 25- 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया है। दरअसल, अलग-अलग वित्त पोषित विद्यालयों में फर्जी अनुमोदन पर शिक्षक बने 17 जालसाजों के विरुद्ध एसटीएफ ने सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद 9 शिक्षक फरार चल रहे हैं। मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
शासन के निर्देश पर स्कूलों में की गई नियुक्तियों की जांच की जा रही है। जांच में कई अनुदानित स्कूलों में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्तियों का मामला पकड़ में आया था। एसटीएफ ने 9 जुलाई 2021 को बीएसए कार्यालय के वित्त एवं लेखा अधिकारी समेत 17 शिक्षकों, दलालों के विरुद्ध सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया। एसटीएफ ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एडीजी के आदेश पर मामले की जांच के लिए क्षेत्राधिकारी सदर श्रीयस त्रिपाठी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है।
वही फरार शिक्षकों की तलाश में पुलिस छापेमारी करने लगी। इसी बीच तीन लोगों ने न्यायालय की शरण ले लिया। शेष नौ शिक्षकों की गिरफ्तारी का प्रयास करने लगी। लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली। इस पर एसपी ने गुरुवार की रात फरार 9 शिक्षकों पर एसपी ने 25- 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया। पुलिस और एसओजी फरार शिक्षकों को गिरफ्तार कर सकती है।
इन शिक्षकों पर घोषित हुआ 25- 25 हजार रुपए का इनाम—राघवेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव पुत्र पिंगल प्रसाद श्रीवास्तव निवासी 88-ए आवास विकास कालोनी थाना शाहपुर जनपद गोरखपुर, विनय कुमार पुत्र मुन्ना यादव निवासी भटवलिया मकान नम्बर 565 वार्ड नं.01 थाना सदर कोतवाली, कुमारी अंजना पुत्री नरेन्द्र निवासी विशुनपुरा कूड़ा घाट खोरावार उर्फ सुबाबाजार कूड़ाघाट थाना खोराबार जनपद गोरखपुर, सुरेन्द्र यादव पुत्र स्व. रामसुरत यादव निवासी बैना, टेकुआ थाना भलुअनी, जगदीश यादव पुत्र रामप्रभाव यादव निवासी महुई कुवर गौरा जयनगर थाना बरहज, विमला यादव पत्नी धर्मदेव यादव निवासी कौडिया पोस्ट मन्नीपुर सहरौली थाना गोला जनपद गोरखपुर, नीतू रस्तोगी पत्नी ललित कुमार सोनी निवासी जी-1360/06 डाक्टर वर्मा कोठी के पीछे आजाद नगर थाना नवाबगंज जनपद बाराबंकी, श्वेता मिश्रा पत्नी अखिलेश शुक्ला पुत्री विधि भूषण निवासी 9/511 सिंधी मिल कालोनी थाना सदर कोतवाली, रंजना कुमार पुत्री विधानिवासी मिश्रा पत्नी राजकुमार मणि निवासी बौरडीह थाना गौरी बाजार जनपद।
इनके विरुद्ध दर्ज हुआ था केस—फर्जी अनुमोदन के आधार पर वेतन भुगतान कराने और डिस्पैच रजिस्टर में भी हेराफेरी की गई है। इस मामले में एसटीएफ के निरीक्षक सत्यप्रकाश सिंह की तहरीर पर वित्त व लेखाधिकारी जगदीश लाल श्रीवास्तव, दिलीप कुमार उपाध्याय, राघवेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, विमल कुमार शुक्ला, ब्रजेश सिंह, अजीत उपाध्याय, राजकुमार मणि, ओमप्रकाश मिश्र, जनार्दन उपाध्याय, कुमारी अंजना, सुरेंद्र यादव, विनय कुमार, जगदीश यादव, कुमारी विमला यादव, नीतू रस्तोगी, श्वेता मिश्रा, रंजना कुमारी पर कोतवाली में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
एसटीएफ ने इन्हें किया था गिरफ्तार—एसटीएफ ने फर्जी अनुमोदन पर भुगतान के मामले में 17 लोगों पर कोतवाली में केस दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद अजीत उपाध्याय निवासी मनिहारी कोतवाली सलेमपुर, राजकुमार मणि निवासी बौरडीह गौरी बाजार, संजय कुमार आर्य निवासी खामपार, ओमप्रकाश मिश्र निवासी अहिल्यापुर बुजुर्ग सदर कोतवाली, मुन्ना यादव निवासी भटवलिया सदर कोतवाली को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था।
एसपी देवरिया डॉ. श्रीपति मिश्र ने बताया कि फर्जी अनुमोदन पर वेतन लेने वाले 9 शिक्षको पर 25- 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।