आजमगढ़ जिले के कटार गांव में जीवितपुत्रिका पूजन के दौरान लापता हुई बालिका का शव शुक्रवार को पोखरी में उतराया हुआ मिला। पूजन के दौरान कुछ लोग पटाखा फोड़ रहे थे। जिससे बच्चे भाग रहे थे।संभवतः इसी दौरान बच्ची पोखरे में गिर गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। जौनपुर जिले के खुटहन थाना अंतर्गत गजेंद्रपुर गांव निवासिनी अंजू देवी पत्नी बृजेश का मायका फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के कटार गांव में है। जीवितपुत्रिका पर्व पर वह अपनी चार वर्षीया पुत्री श्रेया को लेकर मायके आई थी। बुधवार को वह मायके वालों के साथ श्रेया को लेकर जीवितपुत्रिका पूजन के लिए गांव के पास स्थित पोखरे पर गई थी।
पोखरी पर श्रेया अन्य बच्चों के साथ खेलने लगी। इसी दौरान कुछ लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी। पटाखे से डर कर छोटे बच्चे इधर-उधर भागे। पूजन खत्म होने पर श्रेया लापता हो गई। मां अंजू देवी व परिवार के अन्य लोगों ने उसकी काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। शुक्रवार की सुबह पास में स्थित दूसरी पोखरी में बच्ची का शव उतराया हुआ मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।