कटरा बाजार क्षेत्र में स्थित सीएचसी कटरा व हलधरमऊ के जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मी बेलगाम

कटरा बाजार क्षेत्र में स्थित सीएचसी कटरा व हलधरमऊ के जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मी बेलगाम

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा बाजार स्थित बीपीएम कक्ष में शुक्रवार को ताला लटकता मिलने का वीडियो आया सामने,जिसमे यहाँ ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी रहे नदारद

(बीते दिनों हलधरमऊ सीएचसी के दोपहर में मीडिया कर्मियों के मौका-मुआयना में स्टाफ नर्स ड्यूटी कक्ष में लटकता मिला था ताला)

कटरा बाजार गोण्डा। जिले स्तर के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की घोर लापरवाही और उदासीनता के चलते कटरा बाजार क्षेत्र के अंतर्गत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा बाजार और हलधरमऊ पर तैनात डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी मौज कर रहे हैं। ये कर्मचारी कभी-कभी ही स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात दिखाई देते हैं। कभी स्वास्थ्य कर्मी आते हैं तो फार्मेसिस्ट नहीं आते, फार्मेसिस्ट आते हैं तो वार्ड ब्वॉय नहीं आते तो कभी डॉक्टर और स्टाफ नर्स ही स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं पहुंचते हैं। जिसकी वजह से इन दोनों सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले लोगों को खामियाजा उठाना पड़ता है। जिससे सीएचसी कटरा बाजार व हलधरमऊ सहित अन्य कई स्वास्थ्य केंद्रों पर गरीब मरीजों को चिकित्सीय सेवा देने का दावा एक छलावा साबित हो रहा है और मरीजों को ठीक से न तो इलाज मिल पा रहा है और ना ही जिम्मेदारों द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। यहाँ अक्सर डॉक्टर, चिकित्साधिकारी एवं स्टाफ नर्स सहित अन्य जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मचारी नदारद रहते हैं और वार्ड ब्वॉय, फार्मासिस्ट द्वारा नाड़ी देखकर मर्ज का पता लगाया जाता है। पत्रकारों की टीम द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखने के दौरान बड़े पैमाने पर लापरवाहियां खुलकर सामने आ रही हैं।

ताजा मामला जनपद गोंडा के कटरा बाजार क्षेत्र के अन्तर्गत सीएचसी कटरा बाजार का है, जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा बाजार स्थित बीपीएम कक्ष में शुक्रवार को ताला लटकता मिलने का वीडियो सामने आया है। जिसमे यहाँ ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी नदारद रहे। जानकारी के मुताबिक यहाँ पंकज कुमार की ड्यूटी थी। वहीं शासन का आदेश हवा हवाई साबित होता नजर आ रहा है। यह वीडियो शुक्रवार की सुबह दस बजकर तेरह मिनट का बताया जाता है जहां सीएचसी की हकीकत सामने आयी है। जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मी बेपरवाह दिख रहे हैं। वहीं शासन के निर्देशों को ताक पर रखकर बेलगाम कर्मचारियों द्वारा जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की उदासीनता के चलते इन पर अंकुश नहीं लग रहा है। ऐसे में गम्भीर सवाल यह उठता है कि आखिर कब सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था और इन कर्मचारियों पर लगाम कब लगेगी। यही नहीं इसके पूर्व सीएचसी हलधरमऊ में भी बीते दिनों दोपहर पौने एक बजे तक स्टाफ नर्स/डयूटी कक्ष कमरे का दरवाजा बंद मिला था जिसमें ताला लटकता रहा और मरीज इंतज़ार करते देखे गए। जानकारी के मुताबिक यहाँ साधना मिश्रा की ड्यूटी थी। सीएचसी पर डॉक्टरों की अनुपस्थिति में संविदा चिकित्सकों को ड्यूटी पर लगाकर काम चलाया जाता है।वहीं अधीक्षक सहित कई चिकित्सक व स्टाफ नर्स समय से अपने कक्ष में मौजूद ना रहकर अपने सरकारी आवास में मरीजों को फीस लेकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां डॉक्टरों की लेट-लतीफी और निरंकुश कार्यप्रणाली मरीजों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक अधीक्षक सहित कई स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से गायब रहकर अपने आवास पर या किसी निजी चिकित्सालय में भारी भरकम फीस लेकर मरीजों का इलाज करके अपनी जेबें भरते देखे जा सकते हैं। वहीं अस्पतालों में अव्यवस्था का बोलबाला है। इस संबंध में सीएमओ से वार्ता करने हेतु सीयूजी नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नही किया जा सका।