नई दिल्ली। रेलवे स्टेशन थाना पुलिस ने ट्रेनों में घुसकर यात्रियों का सामान चोरी करने वाले आजमगढ़ के एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों ने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर विगत 21 अगस्त को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर खड़ी शिव गंगा एक्सप्रेस के एक वातानुकूलित बागी से वाराणसी के एक ज्वेलर का बैग गायब कर दिया था।
बैग में करोड़ों रुपये मूल्य के ढाई किलो सोने के आभूषण थे। तीनों को आजमगढ़ स्थित घरों से गिरफ्तार कर एक करोड़ रुपये मूल्य के 756 ग्राम आभूषण बरामद कर लिया गया है। फरार दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर शेष आभूषण बरामद करने के लिए रेलवे पुलिस छापेमारी कर रही है।
शिव गंगा ट्रेन में करते थे चोरी
डीसीपी रेलवे हरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम मुकेश यादव, कमलेश सिंह व रमेश है। तीनों आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। 21 अगस्त वाराणसी के रहने वाले दिलीप सिंह ने पुलिस में शिकायत कर बताया था कि वाराणसी में उनकी खुद की ज्वैलरी शाप है।
वह दिल्ली में अपनी बहन को देखने आए थे। यहां उन्होंने कूचा महाजनी, चांदनी चौक से 2500 ग्राम सोने के आभूषण खरीदे थे। आभूषण खरीदने के बाद शिव गंगा एक्सप्रेस से वाराणसी जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आए थे। एसी कम्पार्टमेंट में सीट के नीचे बैग रख कर वह शौचालय चले गए थे।
पुलिस ने खंगाला सीसीटीवी फुटेज
20 मिनट बाद वापस लौटने पर एक बुजुर्ग यात्री ने उन्हें बताया कि कोई उनका बैग लेकर चला गया। उन्होंने तुरंत उक्त व्यक्ति की तलाश की लेकिन नहीं मिला। दिलीप सिंह की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एसीपी प्रवीण कमार और थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौर्य के नेतृत्व में एसआई विनोद, एएसआई भारत, संतोष, हवलदार विनीत, जयवीर सिंह, सत्यजीत, गौरव, पवन, चंदर भान और सिपाही साहिल की टीम ने पहले स्टेशन परिसर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
संदिग्धों के ठिकानों का लगाया गया पता
फिर चांदनी चौक के कूचा महाजनी से स्टेशन तक 100 से अधिक कैमरों की जांच की गई और संदिग्धों का रिवर्स ट्रेल किया गया। जिसमें पांच संदिग्ध अलग-अलग फुटेज में कैद पाए गए जो लगातार पीड़ित का पीछा कर रहे थे। डंप डाटा के विश्लेषण से यूपी के वाराणसी और आजमगढ़ जिलों में संदिग्धों के ठिकानों का पता लगाया गया। दोनों क्षेत्रों को कवर करने के लिए दो अलग-अलग टीमों को वहां भेजा गया।
करीब एक सप्ताह तक जांच के बाद 28 अगस्त को तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके घरों से 756 ग्राम आभूषण बरामद कर लिए गए। रमेश, सुनार है जो गहनों को पिघलाने का काम करता है। उसके घर से 108 ग्राम चोरी हुआ सोना पिघले हुए रूप में मिला है।