(वृक्षारोपण के लिए आये थे यह पौधे, जिम्मेदारों की घोर लापरवाही आयी सामने)
गंभीर प्रश्न यह उठता है कि आखिर क्यों रखे सूख रहे हैं पौधे और कौन हैं इसके ज़िम्मेदार।
कर्नलगंज, गोण्डा। शासन प्रशासन का तहसील क्षेत्र में हज़ारों पौधरोपण का दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्नलगंज में सामने आया है। जहाँ पौधा रोपड़ हेतु आये सैकड़ों की संख्या में पौधे काफी समय से सूख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्थानों पर यह पौधे रोपित कराए जाने थे जिन्हे जिम्मेदारो द्वारा रोपित ना कराये जाने से सीएचसी परिसर में पड़े पड़े पौधे सूख रहे हैं। इन पौधों में इमली, अमरूद, पीपल और अन्य कई प्रकार के पौधे हैं। जबकि ज़िम्मेदार कर्नलगंज सीएचसी प्रशासन जानबूझकर अनजान है। ऐसे में गंभीर प्रश्न यह उठता है कि आखिर क्यों सूख रहे हैं पौधे और इसके ज़िम्मेदार कौन हैं।
मामला सीएचसी कर्नलगंज का है,जहां वन महोत्सव के अन्तर्गत दो सप्ताह पूर्व विभाग ने पौधरोपण हेतु भारी संख्या में हरे भरे पौधों की खेप भेजी थी। यहाँ पौधारोपण अभियान में सीएचसी प्रशासन की घोर लापरवाही आ सामने आई है। वहीं पौधरोपण अभियान मात्र अधिकारियों से वाहवाही लूटने का कार्यक्रम बनने के साथ ही दिखावे तक सीमित होकर रह गया है। यहाँ कर्नलगंज सीएचसी प्रशासन की लापरवाही से सीएचसी परिसर में रखे भारी संख्या में पौधे सूख रहे हैं। जिसमें जिम्मेदारों की उदासीनता सामने आई है। कुल मिलाकर पौधरोपण अभियान मात्र अधिकारियों से वाहवाही लूटने का कार्यक्रम बनकर रह गया और वन महोत्सव मात्र दिखावा साबित हुआ। बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्थानों पर यह पौधे रोपित कराए जाने थे जिन्हे जिम्मेदारो द्वारा रोपित ना कराये जाने से सीएचसी परिसर में पड़े पड़े पौधे सूख रहे हैं। इन पौधों में इमली, अमरूद, पीपल और अन्य कई प्रकार के पौधे हैं। जबकि ज़िम्मेदार कर्नलगंज सीएचसी प्रशासन जानबूझकर अनजान है। अब देखना यह है कि प्रशासन एवं विभागीय आला अधिकारी ऐसे लापरवाह लोगों के विरुद्ध कोई कार्यवाही करता है या सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा।