शुद्ध जलपान के लिए यात्रियों को अभी करना होगा इंतजार
आजमगढ़: रोडवेज बस डिपो पर यात्रियों को शुद्ध जलपान के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा। भूख लगी तो बाहर की दुकानों से समोसा, घाठी व फल आदि खरीदकर खाना होगा।
डिपो परिसर में ही यात्रियों को शुद्ध जलपान व फल आदि उपलब्ध कराने की योजना किसी के टेंडर न खरीदने से अधर में लटक गई है। विभाग की तरफ से जलपान केंद्र के लिए टेंडर निकाला गया था। निर्धारित अवधि में टेंडर डालने कोई नहीं पहुंचा जिसके कारण विभाग की चिंता बढ़ गई है। इसके लिए विभाग ने टेंडर लेने वाली कई संस्थाओं से संपर्क किया, लेकिन कोई लाभ नहीं मिल सका।
आजमगढ़ रोडवेज परिसर में जलपान के स्टाल के लिए एक लाख रुपये लाइसेंस शुल्क रखा गया था। स्टाल की अवधि तीन साल की होगी। इसके रेट में हर साल 10 फीसद की बढ़ोतरी का भी प्रविधान है। स्टाल के लिए भूमि डिपो को ही उपलब्ध कराना है। यात्रियों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह कि बाहर का जलपान कितना शुद्ध होगा, इसका आंकलन वह नहीं कर पाते और कभी-कभी उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
बस स्टेशन पर अनुमन्य स्थायी स्टाल
जलपान गृह, जनरल मर्चेंट, बुक स्टाल, फल का स्टाल प्रत्येक डिपो में अनिवार्य रूप से होगा। इसके अलावा साइकिल, स्कूटर, कार पार्किंग। मोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स गुड्स, बिजनेस सेंटर, एचपीएमसी तथा पंजाब एग्रो के जूस डिस्पैंचिंग यूनिट। पीसीडीएफ के पराग दूध व गुजरात को-आपरेटिव मिल्क मार्केंटिंग फेडरेशन लिमिटेड के अमूल मिल्क पार्लर आदि शामिल होंगे।
ये होगा प्रतिबंधित
बस डिपो पर पान, मसाला, गुटखा आदि को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।
बस स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए जलपान, फल आदि की व्यवस्था के लिए स्टाल लगाने की योजना है। टेंडर प्रक्रिया में किसी के भाग नहीं लेने से अभी अधर में लटका है। परिवहन निगम मुख्यालय टेंडर के रेट पर विचार कर रहा है।’
-वीके सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, आजमगढ़।