थाना शिवपुर का मामला शिवपुर निवासी एडवोकेट विकास कुमार वर्मा का कहना है कि आज दोपहर में जब मैं कचहरी में था उस समय शिवपुर थाने की पुलिस मेरी पत्नी की शिकायत पर मेरे घर पहुंच मेरे परिवार के साथ गाली गलौज करते हुए मेरे बुजुर्ग 65 वर्षीय पिता और माता को जबरदस्ती खींचते हुए थाने लेकर आई वही जब घर पर मेरी बहन अपने मोबाइल से मुझे इस बात की सूचना देने लगी तो थाना प्रभारी द्वारा मेरी बहन को गाली देते हुए मोबाइल छीन लिया गया। वही जब आस-पड़ोस से मुझे इस बारे में सूचना मिली तो मैं त्वरित थाने पहुंच थाना प्रभारी महोदय से माता पिता को थाना लाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि आपकी पत्नी की शिकायत पर मैं उनको लेकर आया हूं। जब थाना प्रभारी को मैंने सारी बातों से अवगत कराया तो उसके बाद भी उनका रवैया हमारे परिवार के प्रति बेहद दुखदाई था।
मामला यह है कि मेरी पत्नी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ते हुए बार-बार मायके चली जाती है कई दिनों से मेरे 6 महीने के बेटे की तबीयत ठीक नहीं है जिसका दवा चल रहा है। उसके बाद भी 10/06/2022 की सुबह पत्नी मायके जाने की जिद करने लगी तो मैं मना करते हुये कचहरी जाने लगा तभी फोन घर मायके वालो को बुला लिया और वो लोग आए मेरे घर मे घुसकर मुझसे व मेरे परिवार वालो से गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे मेरे द्वारा 112 नं पर शिकायत किये जाने पर कोई कार्यवाही नही हुई जब मै थाने गया वहा भी सुनवाई नही हुई। सबसे अचंभे की बात तो यह है कि थाना प्रभारी एक जिम्मेदार व्यक्ति होने के नाते उनको पहले मामले को समझना चाहिए उसके बाद सत्यता जानकर कोई कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन उन्होंने जिस तरीके से बिना सत्यता जाने हमारे बुजुर्ग माता-पिता के साथ आज दोपहर मेरी अनुपस्थिती मे ऐसे व्यवहार किया उनको उठा कर थाने लाये उनको बेइज्जत किया थाने में ही जबरदस्ती हमारे 6 महीने के बीमार बेटे को लिखा पढ़ी कराकर उसकी मां को सौंप दिया । थाना प्रभारी के ऎसे ब्यवहार से हमारे माता-पिता सदमे में है। बिना मामले को समझे इस तरह व्यवहार करना उचित नही है। कोर्ट कचहरी का कार्य भी अब थाना प्रभारी महोदय कर रहे हैं।
विकाश वर्मा mo no–7755887007