स्वास्थ्य सेवाओं में भारी अनियमितता की फरियाद DM से की गई

*स्वास्थ्य सेवाओं में भारी अनियमितता की फरियाद DM से की गई*

*प्रसव केंद्रों पर 50 प्रतिशत मामलों में मां या शिशु की मौत की जांच हो*

*एक तरह की जांच की अलग अलग जांच केंद्रों पर अलग अलग राशि लेने की शिकायत*

*मण्डलीय अस्पताल में जांच की समय-सीमा बढ़ाई जाए*

मिर्जापुर । स्वास्थ्य-सेवाओं में अव्यवस्था के सम्बंध में स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारियों को जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि इस पर कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार, 7 जून को गांव-गरीब नेटवर्क की ओर से जिलाधिकारी को विविध अव्यवस्थाओं के क्रम में बताया गया कि PPP योजना के तहत संचालित हेरिटेज सहित प्राइवेट महिला अस्पतालों में गर्भवती माताओं के प्रसव में भारी धनवसूली की जा रही है और पैसे की मांग पूरी न होने पर प्रसव के दौरान कभी मां तो कभी शिशु की मौत हो जा रही है।

*50 प्रतिशत मामलों में मृत्यु*

यहां के कतिपय प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव के दौरान मां और शिशु में आधे के करीब मृत्यु की जानकारी को DM ने गंभीरता से लिया। उनसे कहा गया कि किसी भी समय हेरिटेज सहित प्राइवेट अस्पतालों की आकस्मिक जांच के लिए किसी मजिस्ट्रेट की देखरेख में मेडिकल बोर्ड गठित किया जाना चाहिए और भर्ती मरीजों का बयान लिया जाना चाहिए।

*जांच की बाध्यता*

DM को बताया गया कि किसी भी मरीज की जांच के लिए डॉक्टर किसी खास पैथालॉजी सेंटर की रिपोर्ट के लिए बाध्य करते हैं तथा किन्हीं कारणों से डॉक्टर बदलने की नौबत आती है तो दूसरे डॉक्टर अपने मनपसंद के सेंटर की जांच के लिए बाध्य करते हैं।

*अस्पताल की जांच अवधि बढ़ाई जाए*

जिलाधिकारी से मंडलीय अस्पताल में पूर्वाह्न 10 से अपराह्न एक बजे तक जांच को सायं 6 बजे तक करने और जांच-मशीनों की आए दिन खराबी तथा लंबे दिनों तक उस मशीनों को ठीक न किए जाने के कारणों की भी जांच की मांग की गई। इसमें प्राइवेट चिकित्सको की साजिश सामने आने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की मांग की गई।

*एक ही टेस्ट की राशि अलग-अलग क्यों?*

इसी के साथ डायग्नोस्टिक सेंटरों एवं पैथालॉजी केंद्रों पर एक ही प्रकृति की जांच की राशि अलग-अलग लिए जाने को नियंत्रित करने की मांग की गई। मसलन अल्ट्रासाउंड की जांच के लिए कहीं आठ सौ, कहीं 12 सौ, कहीं 16 सौ रुपए लिए जाने के बाबत DM को अवगत कराया गया। इन सभी मुद्दों की लिखित शिकायत नेटवर्क के संयोजक सलिल पांडेय ने की।

*सलिल पांडेय, मिर्जापुर।*