क्या फर्क पड़ता है इस छापेमारी से

*क्या फर्क पड़ता है इस छापेमारी से*

*कृष्णा पंडित की कलम से*

*सेटिंग गेटिंग कर अवैध व अनैतिक तरीके से दिए जाते हैं कमरे*

*पुलिस की भूमिका हमेशा संदिग्ध रही है*…

वाराणसी @ बढ़ती महंगाई की मार झेल रहे होटल व्यवसाय का अपना अलग ही मिजाज है कभी 30% डिस्काउंट पर ग्राहक की तलाश जारी होती है तो कभी दुगने रेट पर भी कमरे नहीं मिलते..

वाराणसी के थाना सिगरा और कैंट क्षेत्र जहां होटल व्यवसाय का गढ़ माना जाता है जहां होटल व्यवसाय के मानक की धज्जियां उड़ाई जाती है जहां नियम कानून ताक पर रखा जाता है जहां जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर खानापूर्ति के लिए छापेमारी की जाती है वहां की गतिविधियां काशी को शर्मसार कर रही हैं ! आजकल तो रोड पर सरेराह वेश्यावृत्ति भी धड़ल्ले से संचालित हो रहा है भूल से भी कोई नवागंतुक इंग्लिशिया लाइन चौराहे से अंधरापुल रोड पर पैदल जा रहा है तो वहां कई सेक्स वर्कर रोड पर खड़ी मिल जाएंगी चाहे दिन हो या रात इनकी भी बाजार सज रही है सबसे बड़ी बात यह है कि इनकी सेटिंग स्थानीय होटल गेस्ट हाउस में जबरदस्त होती है और तुरंत कस्टमर के साथ उपस्थित हो जाती हैं यदि सीधा-साधा व्यक्ति है तो वहां फिर ब्लैक मेलिंग का भी खेल आसानी से खेलने का कार्य करती हैं होटल मालिक व पुलिस प्रशासन से मिलकर दूरदराज से आए व्यक्ति झूठे आनंद की अनुभूति के चक्कर में बुरे फंस जाता है और तो और आसपास के इलाकों से भी युवक-युवतियों का आना जाना बेहद आसान है सिर्फ सिक्कों की खनक और जेब की हनक बरकरार रखने पर किसी भी होटल या लॉज में रूम की व्यवस्था तत्काल हो जाती है !

कहीं-कहीं कई होटल में मौज मस्ती के भी भरपूर साधन उपलब्ध हैं पूरी फोटो( लड़कियों की) से भरी गैलरी आपके सामने परोस दी जाती है जो पसंद होता है उसके साथ आप इंजॉय कर सकते हैं यही नहीं शबाब और शराब दोनों आपके जी हजूरी में हाजीर होता है !

जहॉ वाराणसी पर्यटन की दृष्टि से बहुत तेजी से विकसित हो रहा है वहीं अवैध और अनैतिक धंधे भी अपना पाँव फैला रहे हैं आपको बताते चलें कि पूर्व के दिनों में एल आई यू की रिपोर्ट ने सभी की कान खड़ा कर दिए थे बिना रजिस्ट्रेशन अवैध तरीके से होटल का संचालन गेस्ट हाउस का संचालन हो रहा है जिलाधिकारी द्वारा जांच बैठाई गई थी किसी तरीके से अधिकारियों द्वारा सेटिंग गेटिंग कर रिपोर्ट लगा दिया गया यहां तक कि जिलाधिकारी द्वारा गठित कमेटी भी हीलाहवाली कर चलते बनी ! लेकिन कुछ नहीं हुआ सूत्रों के मुताबिक मासीक वसूली जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस द्वारा जमकर किया जाता है !

*छापेमारी तो बहाना है क्योंकि वसूली बढ़ाना है*..

पूर्व के दिनों में जब जांच टीम द्वारा जोर शोर से मीडिया की फोटो शूट की गई तो वसूली वाले भैया लोग अपना रेट बढ़ा दिए जहां 5000 वहां सीधे 10 से 15000 मासिक वसूली करने लगे यही नहीं वर्तमान के दिनों में बड़े ही आराम से रोडवेज व इंग्लिशिया लाइन स्थित गेस्ट हाउस होटल आपको आसानी से उपलब्ध हो जाता है विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि दूर के शहरों से भी कॉल गर्ल्स यहां सक्रिय भूमिका में कार्य करती हैं जिसकी जानकारी लगभग जिला प्रशासन को निश्चित रूप से होती है फिर भी कार्रवाई करने पर इनके हाथ पांव फूल जाते हैं क्योंकि ऐसी गतिविधियों में बड़े-बड़े नाम और मालिकान शामिल होते हैं जिनके पास करोड़ों की दौलत होती है और उच्च अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक उनके तालुकात होते हैं फिर क्या सब ठीक-ठाक है तर्ज पर आगे कार्रवाई जारी रहती है !

वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के सामने कई गेस्ट हाउस पर छापा पड़ा बिना लाइसेंस के चल रही थी गेस्ट हाउस में मिले शराब की बोतलें जिम्मेदार हुकमाराम को जानकारी के लिए बता दें कि यह कोई नया नहीं कि बिना लाइसेंस का संचालन हो रहा है यह पुरानी बात है और तो और यदि सख्ती से मानक का पालन करते हुए जांच किया गया तो लगभग 40% से 50% होटल गेस्ट हाउस पर ताला लग जाएगा !

मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जहां विकास के पहिए को चार चांद लगाया जा रहा है वही व्यवसायिक अवैध गतिविधियां जैसे हुक्का बार स्पा व अनैतिक रूप से संचालित गेस्ट हाउस स्वच्छ व सुंदर काशी के भाव को पलीता लगा रहे हैं जिला प्रशासन गैर जिम्मेदार हरकत के साथ मिलीभगत से काशी की युवाओं की भविष्य अंधेरे में धकेल रहा है ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कदम उठाना चाहिए जिससे कि काशी की साख बची और बनी रहे !!