गाजीपुर।(शमीम अंसारी)जखनियां तहसील क्षेत्र के सिद्ध पीठ हथियाराम मठ में 26 वे पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंथ श्री भवानी नंदन यति के रजत जयंती समारोह जागरण द्वारा राष्ट्रीय उन्नयन अधिष्ठान विषयक संगोष्ठी के समारोह व धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में आर एस एस के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने ब्रम्हलीन.महामंडलेश्वर महंत श्री बालकृष्ण यती जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐसा दिन है। जो शहीद भगत सिंह, सुखदेव ,राजगुरु जी की शहादत दिवस होने का आज का दिन अति महत्वपूर्ण है ।ऐसे अवसर पर मंचीय कार्यक्रम की शुरुआत होगी। कहा कि संतों का स्वभाव ही सरल होता है, आज राम की चर्चा मै अकेला नहीं करने वाला हूं, राम की चर्चा तो पूरा भारत ही करता चला आ रहा है। उनका भी श्रेय संतों के आशीर्वाद का ही है ।जो स्वयं सेवकों को भी श्री राम की इच्छा होती है। प्रभु श्री राम की इच्छा से ही सब कुछ होता है। इसे सनातन धर्म का उत्थान होता है ।वह भी भगवान ही करता है जो नियम के सूत्र के अनुसार हो रहा है । नियति जो भी कार्य होता है वहा हम घर पर हाथ पर हाथ धर नहीं बैठे। कहा कि समुद्र में रामसेतु काम में एक छोटी गिलहरी भी साथ दिया तो गिनती में छोटी थी परंतु गिलहरी भी अपने नाती पोतों आने वाली पीढ़ी को बताती है कि मैंने प्रभु श्रीराम के कार्यों में हाथ दिया था। छोटा काम करना भी सार्थक होता है। प्रकृति अपना काम करती है ।यहां धर्म का स्थान है ।25 पीढ़ियों के धर्म की तपस्या यहां पर चल रही है। सनातन धर्म को मानना भी भगवान की इच्छा ही होती है। हमारे यहां मानवता को बढ़ाने को भारत में भगवान की पूजा करके आत्म स्वरूप का दर्शन करते हैं ।भारत में देव ,अग्नि,को भी देव धर्म माना जाता है ।इस सिद्ध पीठ में मृणमयि रूप में स्थापित मां जगदंबा के मिट्टी की मूर्ति विराजमान है। जो इस देश में सनातन जीवन चला वह भारत में देखने को मिलता है ।हमारा देश दुनिया को कुटुम्ब बनाया बल्कि बाजार नहीं बनाया ।यह हमारा झंडा है जो एक बगीचे जैसा है ।जो एक मिट्टी के है हम एक भाई जैसे हैं। उन्होंने शहीद परिवार के प्रतिनिधियों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित भी किया ।मौके पर पीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री भवानी नंदन यति महाराज ने कहा कि 26 बर्षो से मां के चरणों में नमन करता चला आ रहा हू ।यहा का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है ।उन्होंने अपने भारत के प्रमुख तीर्थ का जिक्र करते हुए बताया कि उज्जैन महाकाल की धरती पर 2018 में मुलाकात हुई ।मेरे काशी के होने पर इन्होने काशी आने पर मुझसे मिलने की बात को आज के दिन राष्ट्रीय व्यवस्थाओं को देने वालों सर संघ के संत का पदार्पण करना इस पीठ के गौरव की बात है । जहां पर मुख्य अतिथि सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के डॉक्टर मोहन भागवत द्वारा शहीदों के प्रतिनिधियों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर मोहन भागवत ने किया ।कार्यक्रम का संचालन संतोष यादव ने किया कार्यक्रम में क्षेत्र प्रचारक अनिल ,प्रांत प्रचारक रमेश, कार्यवाहक प्रांत प्रचारक मनीष, जिला प्रचारक कमलेश जी ,विभाग प्रचारक जगदीश, विभाग कारवाह शिव प्रकाश, विभाग कार्यवाह आनंद , जिला कार्यवाह नागेंद्र , विभाग कार्यवाह वीरेंद्र, जौनपुर ,जिला कार्यवाह दुर्गा प्रसाद, विभाग संघचालक सच्चिदानंद राय, जिला संघचालक फैलू सिंह यादव, जोगिंदर सिंह पप्पू, पारसनाथ राय ,गणेश जी ,डॉक्टर संतोष मिश्रा, आनंद मिश्रा, ओम प्रकाश जी ,श्री राम जयसवाल ,सहित काफी संख्या में संघ परिवार सहित क्षेत्र के लोग रहे। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह व पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह क्षेत्राधिकारी गौरव सिंह, उप जिला अधिकारी वीर बहादुर यादव ,सहित काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी रहे।वहीं शहीद परिवार के प्रतिनिधियों का सम्मानित किया गया।जिसमें वीर अब्दुल हमीद के पुत्र, राम उग्र पांडे की पुत्री सुनीता पांडे ,पारसनाथ सिंह के पुत्र सचिंद्र सिंह ,रितेश्वर राय के प्रतिनिधि रामनारायण राय को अंग वस्त्रम से सम्मानित किया गया।