(लटक रहा ताला, लाखों रुपयों की व्यय धनराशि हो रही बर्बाद) (बगल में बने पेशाब घर में भी भारी गंदगी और दुर्गंध स्वच्छ भारत अभियान की खोल रही पोल) कर्नलगंज गोंडा। तहसील मुख्यालय स्थित तहसील कार्यालय कर्नलगंज के परिसर में आम जनमानस की सुविधा के लिये करीब आठ माह पूर्व लाखों रुपये की लागत से बनवाये गये सामुदायिक शौंचालय का अभी तक संचालन नही हो सका है। जिससे उस पर व्यय की गई सरकारी धनराशि निरर्थक साबित हो रही है। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों,कर्मचारियों की बेहद गंभीर लापरवाही की शर्मनाक स्थिति यह है कि उसी के पास बने पेशाब घर में भी भारी गंदगी और दुर्गंध की समस्या बरकरार है जो स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रही है। मामला कस्बा कर्नलगंज का है, जहां तहसील कार्यालय कर्नलगंज के परिसर में आम जनमानस, के साथ ही अधिवक्ताओं, वादकारियों, कर्मचारियों
को सुविधा मुहैया कराने के लिये करीब आठ माह पूर्व लाखों रुपये की लागत से राज्य वित्त आयोग/पालिका निधि योजनान्तर्गत प्राप्त धनराशि से निर्मित तहसील कैम्पस के अंदर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नगरपालिका परिषद कर्नलगंज द्वारा कराया गया था, जिसका लोकार्पण श्री हीरालाल उपजिलाधिकारी कर्नलगंज के कर कमलों द्वारा श्रीमती रजिया खातून अध्यक्ष नगरपालिका परिषद की अध्यक्षता में श्री शमीम अहमद अच्छन पूर्व अध्यक्ष नगरपालिका परिषद गरिमामयी उपस्थिति और तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी राजीव रंजन सिंह व अवर अभियंता पूजा सहित समस्त सभासदों की उपस्थिति में 25 जून 2021 को संपन्न हुआ था। इस सराहनीय पहल से तहसील के अधिवक्ताओं, वादकारियों, कर्मचारियों एवं दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले लोगों में भी प्रसन्नता हुई थी। परन्तु यह खुशी अधिक दिनों तक नही रही। विदित हो कि उक्त शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात जिम्मेदारों द्वारा उसका संचालन शुरू ना कराये जाने से निर्मित शौंचालय में आज भी ताला लटक रहा है। जिससे सुविधा होते हुये भी जरूरत मंद लोगों को इधर उधर भटकना पड़ता है। वहीं उस पर व्यय की गई सरकारी धनराशि निरर्थक साबित हो रही है।इसी के साथ जिम्मेदार अधिकारियों,कर्मचारियों की बेहद गंभीर लापरवाही की शर्मनाक स्थिति यह है कि उसी के पास बने पेशाब घर में भी भारी गंदगी और दुर्गंध की समस्या बरकरार है जो स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रही है। उक्त संबंध में अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका परिषद कर्नलगंज प्रियंका मिश्रा ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में नही है फिर भी यदि ऐसा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी और शौंचालय का संचालन शुरू कराते हुए जनता को सुविधा मुहैया कराई जाएगी।