#गोरखपुर में 7 शराब की दुकानें खाली, आवंटियों ने नहीं दिखाई रुचि#

आबकारी विभाग सात दुकानें अभी खाली है। बिक्री अच्छी न होने आवंटी इन दुकानों पर रुचि नहीं ले रहे हैं। जबकि छह मार्च को 580 दुकानों का आवंटन करने के बाद 12 मार्च तक लाइसेंस शुल्क जमा करने का समय दिया गया था। लेकिन, वह नहीं पहुंचे। 

अब आबकारी विभाग ने उन्हें एक और मौका 15 मार्च तक का दिया है। बताया है कि दो दिन बैंक के बंद होने के चलते मौका दिया गया है। इसके बाद भी फीस नहीं जमा करने पर नया आवेदन निकाला जाएगा। 

छह मार्च को गोरखपुर क्लब में हुई लाटरी में 60 मिनट में शराब की 580 दुकानों की लाटरी निकल गई थी। जिनके नाम से लाटरी निकली थी वह बहुत खुश हुए थे, इधर विभाग लाइसेंस शुल्क निर्धारित करते हुए 12 मार्च तक जमा करने का समय दिया। लेकिन अंतिम तारीख गुजरने के बाद सात दुकानों का लाइसेंस शुल्क नहीं जमा हो सका है।इनमें सर्वाधिक छह देसी शराब की दुकानें हैं। वहीं एक दुकान कंपोजिट की है। जबकि देसी की 322 दुकानों के लिए आठ हजार 191 लोगों ने आवेदन किया था। इसमे छह दुकानों का फीस नहीं जमा हुआ। वहीं कंपोजिट की 211 दुकानों में से एक का लाइसेंस शुल्क नहीं जमा हुआ है। हालांकि माडल शाप की सभी 13 दुकानों का आवंटियों ने लाइसेंस शुल्क जमा कर दिया है। 

विभाग के लोगों का कहना है कि जिसके नाम से लाटरी निकली थी, उसे कई बार बुलाया गया। लेकिन वह दुकान बिक्री के लिहाज से अच्छी नहीं होने से आवंटी ने रूचि नहीं दिखाई।जिला आबकारी अधिकारी महेन्द्र नाथ सिंह ने बताया कि छह देसी व एक कंपोजिट का लाइसेंस शुल्क नहीं जमा हुआ है। इन दुकानों के आवंटियों को 15 मार्च तक का समय दिया गया है। नहीं जमा होने पर नये सिरे से आवेदन मांगा जाएगा। यह प्रक्रिया होली के बाद शुरू होगी। 

बता दें कि आबकारी विभाग ने दुकानों का आवंटन करने के बाद लाइसेंस फीस भी जारी कर दिया है। इसमें शहर व ग्रामीण क्षेत्र में स्थित 21 दुकानों ने विभाग को फीस से पहले ही दो से तीन गुणा की आमदनी करा दी है।