विगत दिनों जनपद मऊ के घोसी चीनी मिल के पास स्थापित एवं विस्थापित क्षत्रिय एकीकरण महासम्मेलन का आयोजन किया गया,जिसके मुख्य अतिथि डा०राज सिंह शेखावत एवं अध्यक्षता डॉ०जयसिंह राजपूत द्वारा किया गया,जिसकी समीक्षा बैठक आजमगढ़ स्थित भंवरनाथ मंदिर के पास अश्वनी सिंह के आवास पर आयोजित की गई,बैठक की अध्यक्षता करते हुए क्षत्रिय प्रशस्ति ग्रंथ के लेखक ठा०आद्या प्रसाद सिंह द्वारा कहा गया कि,कुछ लोगों का इतिहास है लेकिन वह जानते नही,कुछ लोग जानते हैं परन्तु उनका इतिहास नहीं है, मगर कुछ लोग ऐसे हैं जिनका इतिहास भी है जानते भी हैं मगर मानते नहीं हैं,इसलिए उनके अंदर दृढ़ इच्छा शक्ति पैदा करने की जरूरत है, महासम्मेलन के आयोजक ई०लक्ष्मीकांत सिंह परमार ने कहा कि,समाज में अभी जागरूकता की कमी है जिसकी वजह से कुछ लोगों को सम्मेलन का महत्व समझ में नहीं आया, ऐसी स्थिति में जमीनी स्तर पर कार्य करने की जरूरत है,इसी कड़ी में उदय प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि,अपने बच्चों में संस्कार के साथ-साथ स्वाभिमान जागने की भी आवश्यकता है,इस अवसर पर चौहान युवा मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान,प्रमोद सिंह चौहान,(क्षत्रीय विकास संस्था जिला अध्यक्ष जौनपुर)रतन सिंह परमार,बृजराज सिंह,शिक्षा समिति महासचिव सुरेंद्र नेता,मंगल सिंह,अश्विनी कुमार सिंह आदि लोग उपस्थित रहे,बैठक का कुसल संचालन करते हुए क्षत्रिय विकास संस्था के प्रदेश प्रभारी डा०जयसिंह राजपूत ने कहा कि दुनिया हमें किस निगाह से देख रही है वह उसकी सोच पर निर्भर करता है,मगर हम अपने आप को किस निगाह से देख रहे हैं वह हमारी सोच पर निर्भर करता है, इसलिए हमें सिर्फ अपनी सोच बदलने की जरूरत है।
संवाददाता अशोक चौहान