आजमगढ़। कहा जाता है कि किया हुआ नेक काम कभी बेकार नहीं जाता। हम जिसे भी कुछ दान करते हैं, उसका फल आशीर्वाद के रूप में जरूर प्राप्त होता है। कुछ ऐसा ही हुआ सामाजिक संगठन प्रयास के साथ। संगठन को कुछ दिन पहले किसी ने उसके लिए बेकार हो चुका वाकर दान कर दिया था इस भरोसे के साथ कि संस्था के माध्यम से किसी जरूरतमंद के काम आ जाएगा और वह दिन आ गया बुधवार को जब एक बच्चे ने संस्था कार्यालय पहुंचकर वाकर का दाम पूछ लिया।
संस्था प्रमुख रणजीत सिंह ने दाम पूछने का कारण जाना तो पता चला कि बच्चे की मां का पैर टूट गया था और उसे चलने-फिरने के लिए वाकर की जरूरत थी, जिसे बाजार से खरीदना भारी था।
बच्चे की बात की तस्दीक करने के बाद संस्था ने उसके घर जाकर वाकर सौंप दिया। वाकर मिलने के बाद मां-बेटे के चेहरे का भाव बता रहा था कि उनके हृदय से दुआएं निकल रही हैं।
आजमगढ़ से अमित खरवार की रिपोर्ट