इन दिनों देश में नीट पेपर लीक को लेकर काफी विवाद चल रहा है। विपक्ष सरकार पर पूरी तरह हावी है। इस बीच शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए नीट यूजी परीक्षा 2024 में कथित अनियमितताओं का मामला व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंपा है। इससे पहले यूजीसी नेट परीक्षा की जांच भी सीबीआई को सौंपी गई थी।
केंद्र ने शनिवार रात घोषणा की कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा एनईईटी में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं पर सरकार ने कई फैसले लिए हैं। जैसे एंटी पेपर लीक कानून का लागू करना और आज एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया गया।
मई में आयोजित हुई थी नीट यूजी परीक्षा
परीक्षा सुधारों के लिए पूर्व इसरो प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन करना शामिल है। मई में आयोजित हुई नीट यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए, समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि मामला व्यापक जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया जाए।
अधिकारी ने कहा, सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अनियमितताओं में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति और संगठन को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।