एसपी अनुराग आर्य ने पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता तथा स्वेच्छाचारिता बरतने पर थाना प्रभारी तहबरपुर, चौकी प्रभारी लालगंज थाना देवगांव व दो आरक्षियों को निलंबित कर कर विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं। एसपी की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
मधु पनिका थाना प्रभारी तहबरपुर के ऊपर आरोप है कि उनके द्वारा वादी की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत न कराने, अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्त को बिना लिखा-पढ़ी के थाना तहबरपुर में अवैध रूप से बैठाया गया। इसमें उनके ऊपर पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता व स्वेच्छाचारिता बरतने का आरोप पाया गया।
वहीं आरक्षी गौरव कुमार यादव व आरक्षी अजय कुमार राय थाना तहबरपुर के द्वारा एक अभियुक्त को उसके घर से उठाकर थाना तहबरपुर पर लाया गया तथा बिना लिखा-पढ़ी के थाना तहबरपुर में अवैध रूप से हवालात में बन्द किया गया।
वहीं लालगंज चौकी प्रभारी एसआई अजीत कुमार चौधरी के ऊपर विवेचना में लगभग तीन माह का समय व्यतीत हो जाने के बावजूद भी अपहृता की बरामदगी के लिए सार्थक प्रयास न करने का आरोप है।
इसके साथ ही लोक सभा सामान्य निर्वाचन- 2024 के दौरान एनबीडब्लू की गिरफ्तारी, आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई, निरोधात्मक कार्यवाहियां, प्रकाश में आए गो-तस्करी के आरोपियों का सत्यापन व निरोधात्मक कार्यवाही व हिस्ट्रीशीटरों की नियमित रूप से निगरानी न करने व जनशिकायत प्रकोष्ठ से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों पर मात्र खानापूर्ति कर सरसरी तौर पर जांच करते हुए विलंब से आख्या प्रेषित की गई।
इसके अलावा कस्बा लालगंज निवासी एक व्यक्ति का उत्पीड़न करते हुए उनकी मोटर साइकिल सीज किया गया, जिससे कस्बा लालगंज के व्यापारियों व ठेकेदारों में रोष व्याप्त होने, चौकी लालगंज में किसी प्राइवेट व्यक्ति के निरन्तर आने-जाने एवं चौकी के कार्यों में दखल देने के लिए पदीय दायित्वों के प्रति, उदासीनता, स्वेच्छाचारिता व पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने के घोर लापरवाही बरतने के आरोप है। इस आरोपों में एसपी ने चारो को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है।