#हरियाणा से बिहार भेजी जा रही थी अंग्रेजी शराब, कीमत इतनी कि आप भी चौंक जाएं#

हरियाणा से कैंटर में रखकर बिहार ले जाई जा रही 20 लाख रुपये की अंग्रेजी शराब की 200 पेटियों को थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने जब्त किया है। मौके से अंतरराज्यीय गिरोह के एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरोह के चार सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

गिरफ्तार आरोपित से एक मोबाइल व 41 सौ रुपये भी बरामद हुए हैं। कैंटर में शराब को चीनी मिट्टी के सामान के कार्टूनों के बीच छिपाकर ले जाया जा रहा था। एसपी ने गिरफ्तारी करने वाली टीम को पुलिस ने दस हजार का इनाम देने की घोषणा की है।

टीम के साथ बैरिकेडिंग लगाकर हो रही थी जांच
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि शनिवार रात थाना गढ़मुक्तेश्वर प्रभारी निरीक्षक विनोद पांडेय पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि हरियाणा से कंटेनर में अंग्रेजी ब्रांड की शराब तस्करी कर बिहार ले जाई जा रही है। इस पर उन्होंने टीम के साथ स्याना फ्लाईओवर के पास बैरिकेडिंग कर सख्ती के साथ चेकिंग शुरू कर दी।

इस दौरान पुलिस ने संदिग्ध कैंटर को रोक लिया। पूछताछ करने पर चालक ने कैंटर में चीनी मिट्टी के कार्टून भरे होने की जानकारी दी। शक होने पर पुलिस कैंटर की तलाशी लेने लगी।

इस दौरान कैंटर के अगले हिस्से में चीनी मिट्टी के कार्टूनों की बीच छिपाकर रखी गई हरियाणा में बिक्री के लिए अनुमन्य अंग्रेजी शराब बरामद हुई। पुलिस चालक को पकड़ कर थाने ले गई। यहां कैंटर से शराब की 200 पेटियों नीचे उतरवाया गया।

कैंटर चालक बिहार के जिला सीतामढ़ी के थाना बैलसंड के गांव पचनौर का संतोष कुमार है। उसने बताया कि वाहन उसका है। शराब को हरियाणा के एक शराब माफिया व उसके साथियों ने बिहार पहुंचाने के लिए लोड कराया था। शराब की डिलीवरी के लिए वह बिहार जा रहा था।

जीपीएस के जरिए शराब माफिया लेता था लोकेशन
तस्करी की शराब के साथ पकड़े कैंटर चालक संतोष ने बताया कि शराब उसे कहां पहुंचाना था इसकी जानकारी उसे नहीं होती थी। शराब माफिया जीपीएस के जरिये कैंटर की लोकेशन लिया करता था। इसके बाद उसे माल उतारने के लिए कहा जाता था।

तीन गुना दाम पर बिहार में बेचते थे शराब
गिरफ्तार आरोपित ने बताया कि हरियाणा से शराब की एक बोतल 700 से 750 रुपये में खरीदते थे। बिहार ले जाने के बाद एक बोतल को दो हजार से 2500 रुपये तक बेचा जाता था। ऐसा कर वह मोटा मुनाफा कमाते थे। कई बार वह कैंटर में शराब का जखीरा लेकर बिहार पहुंचा चुका है।