#यूपी पुलिस परीक्षा निरस्त: अभ्यर्थियों ने जताया सीएम योगी का आभार, एक्स पर टॉप ट्रेंड बना #योगी विद यूथ#

पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह जैसे ही परीक्षा निरस्त करने का फैसला लिया, अभ्यर्थियों ने उनके निर्णय पर प्रसन्नता जताते हुए सोशल मीडिया पर इसका इजहार करना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सीएम योगी के समर्थन में दर्जनों हैशटैग वायरल होने लगे। इनमें #योगी विद यूथ ट्रेंड लिस्ट में शीर्ष पर आ गया। परीक्षा रद करने संबंधी सीएम योगी की एक्स पोस्ट भी जबरदस्त वायरल हुई और शाम 6 बजे तक इसकी पहुंच 10 लाख की संख्या पार कर गई।

उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने शनिवार को प्रश्नपत्र लीक जैसे मामलों में अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति का हवाला देते हुए न सिर्फ परीक्षा को निरस्त किया, बल्कि भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को फटकार लगाते हुए छह माह में पूरी पारदर्शिता से परीक्षा संपन्न कराने के निर्देश दिए। इसके बाद लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य शहरों में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने इस निर्णय का स्वागत किया। लखनऊ में एक अभ्यर्थी ने कहा कि सीएम योगी ने लाखों छात्रों की बात को सुना है, इसके लिए हम उनके आभारी हैं। योगी सरकार पारदर्शी तरीके से दोबारा परीक्षा आयोजित करे, बल्कि पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा भी दिलाए। प्रदेश सरकार ने युवाओं के भविष्य को देखते हुए बिलकुल सही निर्णय लिया है। हमें उम्मीद है की सरकार समय लेकर न सिर्फ कमियों को दूर करेगी, बल्कि पूरी पारदर्शिता और शुचिता के साथ परीक्षाएं आयोजित कराएगी।

कई हैशटैग हुए ट्रेंड
पेपर निरस्त किए जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीएम योगी के निर्णय के समर्थन में कई हैशटैग ट्रेंड हुए। इनमें #योगी आदित्यनाथ, #धन्यवाद योगीजी और #योगी विद यूथ पर सबसे ज्यादा लोग इंगेज हुए। यूजर श्रेय पथारे ने लिखा, पुलिस भर्ती परीक्षा दोबारा आयोजित कर निष्पक्षता सुनिश्चित करने और आरओ व एआरओ परीक्षा में कथित धांधली की जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हार्दिक धन्यवाद। मुकेश नाम के हैंडल से लिखा गया, योगी आदित्यनाथ की सरकार युवाओं की मांगों पर ध्यान देती है। पुलिस भर्ती परीक्षा को तुरंत रद्द करने के लिए धन्यवाद। गणेश ने लिखा, योगी आदित्यनाथ का मतलब ईमानदारी और न्याय है। अन्याय के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस नीति के कारण ही पेपर लीक पर सख्त कार्रवाई का आदेश देकर उन्होंने युवाओं को न्याय देने का काम किया है। दीवान ने लिखा, यह एक ऐसी सरकार है जहां छात्रों की बात सुनी जाती है और उनके हितों की रक्षा की जाती है और दोषियों से कठोरता से निपटा जाता है।