#’हमें अपने स्त्री होने पर अंदर से घृणा हो रही है’, पड़ोसियों से तंग आकर सुसाइड करनेवाली महिला ने बताई तकलीफ#
जिले के महिंद्रा एनक्लेव में पड़ोसियों से परेशान होकर दीवार पर सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या करने वाली महिला आरती सचान डेढ़ साल से पड़ोसियों की हरकतों से परेशान थी। तीन मार्च 2023 को दर्ज मुकदमे में महिला ने अपनी शिकायत में लिखे शब्दों के जरिए अपनी तकलीफ बताई जिसमें उन्होंने आखिर में लिखा कि आए दिन हमें नए तरीकों से परेशान करने की कोशिश की जाती है, जिससे हमारा जीना दिन पर दिन मुश्किल होता जा रहा है।
उसने लिखा कि यहां तक कि हमने बालकनी में जाना बंद कर दिया। घर से नीचे उतरना भी मुश्किल हो गया है। यहां तक की अब यह स्थिति हो गई है कि हमें अपने स्त्री होने पर अंदर ही अंदर बहुत ज्यादा घृणा हो रही है। आरती सचान के पति मनोज सचान का कहना है कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को नहीं समझा, जिसकी वजह से उनकी पत्नी ने जान दे दी। अब उन्होंने निर्णय लिया है कि दोषियों को सजा दिलाने तक वह चैन से नहीं बैठेंगे।
महिंद्रा एनक्लेव में रहने वाले मनोज सचान ग्रेटर नोएडा स्थित कंपनी में काम करते हैं। उनकी 40 वर्षीय पत्नी आरती सचान ने बृहस्पतिवार शाम पंखे पर चुन्नी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। कमरे में दीवार पर महिला ने अपनी मौत के लिए पड़ोसियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सात लोगों के नाम लिखकर छोड़ दिए। महिला के पति की शिकायत पर शुक्रवार रात 11 लोगों पर कविनगर थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।मनोज सचान का कहना है कि उन्होंने अपना फ्लैट वर्ष 2013 में लिया था, जिस बिल्डिंग में मनोज का फ्लैट है उसमें कुल सात फ्लैट बने हुए हैं। मनोज के मुताबिक उन्होंने अपने पड़ोसी की 15 वर्षीय बेटी के व्यवहार की शिकायत एक बार पड़ोसी से की। उसके बाद धीरे-धीरे अन्य पड़ोसियों ने मिलकर उनके परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया। उन्होंने एक अगस्त 2022 को सबसे पहले शिकायत पुलिस को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कई बार शिकायत देने के बाद तीन मार्च 2023 को पड़ोसियों पर कवि नगर थाने में मुकदमा लिखा गया। पुलिस ने मात्र एक महीने में ही जांच पूरी कर चार अप्रैल को कोर्ट में फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी। मनोज सचान का कहना है कि उनकी पत्नी ने अभद्र टिप्पणी करने और परेशान करने का आरोप पड़ोसियों पर लगाया था। इसके बावजूद पुलिस ने मामले में लीपापोती करते हुए कि इसकी जांच बंद कर दी।
पुलिस अधिकारियों पर भी आरोप
मनोज सचान का कहना है कि वह कविनगर थाना प्रभारी, एसीपी कविनगर, डीसीपी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और पुलिस आयुक्त से भी मामले की शिकायत कई बार कर चुके। इसके बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस आयुक्त ने उनसे कहा कि यह मामला उनकी कोर कपीटेंसी में नहीं आता इसलिए पीड़ित को डीसीपी से मिलना चाहिए।
पुलिस को 24 बार दी शिकायत, नतीजा शून्य
महिला और उनके पति ने 24 बार इंसाफ के लिए पुलिस के दरवाजे पर गुहार लगाई, लेकिन बदले में उन्हें हर बार पुलिस से कोई मदद नहीं मिली। पीड़ित मनोज सचान का कहना है कि इंसाफ के लिए चक्कर लगाते हुए वह थक गए, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित का आरोप है कि इसका नतीजा यह निकला कि आरोपितों के हौंसले बढ़तेे रहे। आखिरकार उनकी पत्नी परिस्थिति से हार गईं और उन्होंने आत्महत्या कर ली।
जांच अधिकारी पर एक लाख रुपये मांगने का आरोप
मनोज सचान ने दारोगा महेंद्र शर्मा पर तीन मार्च 2023 को दर्ज हुए मुकदमे में उनके पक्ष में रिपोर्ट बनाने के लिए एक लाख की मांग की। पीड़ित के मुताबिक चार अप्रैल 2023 को कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट लगाने के बावजूद जांच अधिकारी उन्हें 25 मई तक जांच करने की जानकारी देते रहे। जबकि वह कई दिन पहले जांच बंद कर चुके थे।
शिकायतों पर एक ही दिन में निस्तारण किए
मनोज सचान का कहना है कि एक महीने में तीन बार ऐसा हुआ जब उन्होंने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी से मिलकर उन्हें शिकायत दी। पुलिस ने एक ही दिन में जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट भी लगा दी। 17 जून 2023 की शिकायत पर पुलिस ने 18 जून को रिपोर्ट लगाई। 24 जून की शिकायत पर 25 जून को रिपोर्ट लगाई और एक जुलाई की शिकायत पर एक जुलाई को ही रिपोर्ट लगाकर बताया गया कि प्रकरण में कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की जा चुकी है। इसलिए जांच की आवश्यकता नहीं है।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा
कविनगर थाने में शुक्रवार रात मनोज सचान की शिकायत पर प्रमोद कश्यप, उनकी पत्नी सविता कश्यप और बेटे अचल कश्यप समेत विपिन एवं उनकी पत्नी, चंद्रपाल केन एवं उनका परिवार, योगेंद्र कपूर, लोकेंद्र, कविता, हिना और अर्पण पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है।
महिला ने दीवार पर इनके नाम लिखे
महिला आरती सचान ने दीवार पर लिखा है कि मेरी मौत का कारण हैं। इसके बाद क्रमवार सविता कश्यप, अचल कश्यप, विनोद कश्यप, विपिन एवं उसकी पत्नी, हिमा, कविता और सीई का मालिक शब्द लिखा हुआ है। एक शब्द महिला ने कलपन लिखकर काट दिया।