शुक्रवार को गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर एक तरफ जहां प्रदेश सरकार की तरफ से सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था वहीं दूसरी तरफ सिख समाज ने आजमगढ़ शहर में स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक विट्ठल दरबार का ताला भी नहीं खोला। सिख समाज ने कहा कि गुरुद्वारा की भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। जिलाधिकारी से लेकर एसडीएम तक ने इसको हटाने का आदेश दिया लेकिन इसके बाद भी खुद प्रशासन ही कब्जा हटवाने का कार्य नहीं कर रहा है और लोग कब्जा करते जा रहे हैं। अगर सिख समाज की नहीं सुनी गई तो 27 नवंबर को गुरु नानक देव की जयंती भी नहीं मनाई जाएगी। गुरुद्वारा गुरु नानक विट्ठल दरबार के सेक्रेटरी रूपेश सिंह राजू ने कहा कि वर्ष 2019 में गुरुद्वारा के पक्ष में जिलाधिकारी ने आदेश दिया था। इसके बाद वर्ष 2023 में एसडीएम ने भी अवैध कब्जा को हटाने का आदेश दिया था। लेकिन इसके बाद भी इस पर खुद प्रशासन के अधिकारी ही लचर बने हुए हैं। आए दिन टाल मटोल किया जा रहा है।