#Lakhisarai Firing: लखीसराय फायरिंग का कुछ ही देर में हो गया खुलासा, सनकी ने इस वजह से पूरे परिवार पर बरसा दीं गोलियां#
एक सनकी प्रेमी ने प्रेम प्रसंग में विफल होने के बाद सोमवार की सुबह कथित प्रेमिका के परिवार वालों पर फायरिंग करते हुए उस समय ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जब लड़की का पूरा परिवार किऊल नदी के छठ घाट से वापस अपने घर लौट रहे थे। इस वारदात में लड़की के दो भाइयों की मौत गोली लगने से हो गई जबकि लड़की एवं इसके पिता सहित परिवार के चार अन्य सदस्य जख्मी हो गए हैं।
घटना शहर के कबैया थाना क्षेत्र अंतर्गत पंजाबी मोहल्ला की है। घटना की सूचना के तुरंत बाद लखीसराय के जिलाधिकारी अमरेंद्र कुमार, एसपी पंकज कुमार, एएसपी रौशन कुमार पहुंचे और मामले की जांच की। पुलिस ने हत्यारे आशिक के करीबी दो लोगों को हिरासत में लिया है। घटना स्थल से कारतूस और पिस्टल बरामद की गई है।
आरोपी ने चार साल पहले शशिभूषण झा की बेटी को भगाकर शादी कर ली थी
जानकारी के अनुसार पंजाबी मोहल्ला का रहने वाला दुर्गा चौधरी का पुत्र आशीष चौधरी अपने पड़ोसी शशिभूषण झा की पुत्री दुर्गा झा को चार-पास साल पहले प्रेम जाल में बहला फुसला कर ले भागा था और शादी कर ली थी। लड़के की गलत प्रवृत्ति में लिप्त रहने एवं अंतर जातीय रहने के कारण यह रिश्ता लड़की वालों को पसंद नहीं था।
शशिभूषण झा का संपर्क जब दुर्गा झा से हुआ था तो उन्होंने अपनी बेटी को मना लिया और अपने घर ले आया। इसके साथ ही दोनों के रिश्ते टूट गए। शशिभूषण झा अपनी बेटी को पटना में रखने लगे। लेकिन, आशीष चौधरी को हर हाल में दुर्गा चाहिए थी। वह दुर्गा के साथ अपनी शादी का फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करके मानसिक एवं सामाजिक रूप से लगातार परेशान कर रहा था। इस कारण दोनों पक्ष के बीच बराबर विवाद भी हो रहा था।
मोहल्ले की गली में बिछा दीं लाशें
चार-पांच दिन पूर्व भी आशीष ने विवाद करते हुए लड़की वाले को धमकी दी थी। भय और लोक लाज से शशिभूषण झा अपने शिकायत लेकर कभी किसी के पास नहीं गए। छठ पर्व को लेकर दुर्गा झा अपने घर आई हुई थी। सोमवार की सुबह किऊल नदी घाट से अर्घ्य देकर शशिभूषण झा पूरे परिवार के साथ अपने घर आ रहे थे। इधर आशीष चौधरी मोहल्ले वाली गली में पूर्व से घात लगाए हुए था। भीड़ से अलग होकर जैसे ही पूरा परिवार घर वाली गली में प्रवेश किया आशीष चौधरी ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और फरार हो गया।
गोली लगने से रामदुलार झा के बेटे शशिभूषण झा, शशि भूषण झा के बेटे चंदन झा, राजनंदन झा, बेटी दुर्गा झा, राजनंदन झा की पत्नी लवली देवी एवं कुंदन झा की पत्नी प्रीति देवी जख्मी हो गए। भगदड़ के बीच ही सभी को सदर अस्पताल लखीसराय ले जाया गया जहां चंदन झा एवं राजनंदन झा को पुलिस ने मृत घोषित कर दिया।
दुर्गा झा पीएमसीएच रेफर
जबकि दुर्गा झा सहित अन्य को पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया। बाद में मुंगेर के डीआइजी संजय कुमार सिंह भी लखीसराय पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी एसपी से ली। वे घटनास्थल पर भी गए मृतक के स्वजन से पूछताछ की। पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि प्रेम प्रसंग और शादी का रिश्ता दुर्गा झा के परिवार वालों को पसंद नहीं था
। दुर्गा झा भी बाद के दिनों में इस रिश्ते को तोड़ चुकी थी और पटना में रहती थी। लेकिन, आशीष चौधरी उसे हर हाल में फिर से हासिल करना चाहता था। इस कारण ही गुस्से में आकर उसने घटना को अंजाम दिया है। आशीष चौधरी संदिग्ध चरित्र का व्यक्ति है। उसके साथ के दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।