#गोरखपुर एम्स में गलत इलाज का आरोप लगा मरीज के घरवालों ने किया हंगामा, एक हफ्ते पहले बुजुर्ग को किया गया था भर्ती#
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में गलत उपचार का आरोप लगाकर रोगी के स्वजन ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि रोगी की हालत बेहद गंभीर होने के बाद अचानक बाबा राघवदास मेडिकल कालेज जाने को कह दिया गया। हंगामे के बाद स्वजन ने एंबुलेंस बुलाई और निजी अस्पताल चले गए। कहा कि उच्चाधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत की जाएगी।
यह है मामला
कुशीनगर निवासी 80 वर्षीय रमेश प्रसाद श्रीवास्तव को पैर में सूजन, दर्द व कम सुनाई देने की शिकायत के बाद एक सप्ताह पहले एम्स के मेडिसिन विभाग में दिखाया गया था। डाक्टरों ने भर्ती कराने की सलाह दी। रमेश प्रसाद को इमरजेंसी में भर्ती कर लिया। बेटे अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि भर्ती होने के बाद से ही उपचार में लापरवाही बरती गई। ठीक से उपचार न होने के कारण यूरिन नहीं हो रही है। एक सप्ताह से अच्छे उपचार के लिए गुहार लगा रहे हैं। बेहतर उपचार करने के बजाय अचानक कर्मचारियों ने मेडिकल कालेज ले जाने को कह दिया
निजी अस्पताल ले जाने की बात पर हुई नोकझोंक
नंदानगर के आदर्श नगर निवासी जगमोहन पांडेय की 14 वर्षी बेटी वैष्णवी पांडेय को रविवार को अचानक बुखार हो गया था। इसके साथ ही सीने में दर्द और सांस लेने में भी दिक्कत हो गई। जगमोहन उसे लेकर एम्स की इमरजेंसी पहुंचे। यहां उपचार के बाद वैष्णवी की तबीयत में सुधार हुआ तो डाक्टरों ने घर ले जाने की सलाह दी। सोमवार को फिर उसकी तबीयत बिगड़ी तो एम्स ले आया गया। यहां डाक्टरों ने भर्ती कर लिया।
मंगलवार को अचानक हालत ज्यादा खराब हो गई तो जगमोहन परेशान हो गए। आरोप है कि एक गार्ड ने उनसे कहा कि, एम्स में अच्छा उपचार नहीं होता है इसलिए वह बेटी को लेकर निजी अस्पताल चले जाएं। जगमोहन ने विरोध किया तो नोकझोंक शुरू हो गई। उन्होंने गार्डों के सुपरवाइजर से भी शिकायत की। कहा कि गार्ड के खिलाफ थाने में तहरीर भी देंगे।